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बिलासपुर

बिलासपुर: विधायक शैलेष पाण्डेय व जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने किया धान खरीदी केन्द्र शुभारंभ…

बिलासपुर। धान खरीदी में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। खासकर किसानों की शिकायत को गंभीरता से लिया जाए क्योंकि मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि किसानों के हितों को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी कर्मचारी को माफ नहीं किया जाएगा। यह बातें रानीगांव में धान खरीदी शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान नगर विधायक शैलेश पांडे और जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने कहीं।विधायक शैलेश पांडे और सभापति अंकित गौरहा ने रानी गांव में धान खरीदी का शुभारंभ करने से पहले विधि विधान से किसानों की मौजूदगी में पूजा पाठ किया । नारियल फोड़ा: साथ ही किसानों का धान भी तौल किया। धान खरीदी शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान नगर विधायक शैलेश पांडेय जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने  मौके पर मौजूद किसानों को संबोधित भी किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने भूपेश सरकार की उपलब्धियों की जानकारी दी साथ ही किसानों और युवाओं को आश्वासन दिया कि सरकार उनके साथ है। किसी भी सूरत में किसी भी किसान के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।

कुशासन का खात्मा

अपने संबोधन में शैलेश पांडे ने कहा कि 15 साल की कुशासन से प्रदेश का किसान थक चुका था। लेकिन कांग्रेस की सरकार बनते ही जिंदगी में रौनक आ गयी।  भूपेश बघेल की सरकार ने मात्र दो साल में ही विकास की नई और सशक्त इबारत लिखी है। हर क्षेत्र में विकास कार्यो को गति मिली है। खासकर किसानों के चेहरे खिल उठे है। सरकार बनते ही प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने किसानों से किए गए वादे को ना केवल पूरा किया बल्कि विश्वास भी दिलाया कि उनके रहते किसी भी किसान को परेशान होने की जरूरत नही है।

शैलेश पांडे ने कहा किसान इस बात को लेकर आश्वस्त रहें की भूपेश सरकार के रहते केंद्र सरकार की गलत कृषि नीतियों को प्रदेश में लागू किया जाएगा। क्योंकि प्रदेश के मुखिया ने किसानों की हित विरोधी केंद्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ नया अधिनियम लाकर किसानों को सुरक्षित कर लिया है।

कोचियों की शामत किसान खुश

जिला पंचायत सभापति ने बताया कि मैं जिला पंचायत सभापति होने से पहले एक किसान भी हूं इसलिए किसानों के दुख दर्द को अच्छी तरह से समझता और महसूस कर सकता हु। एक किसान होने के नाते उन्हें भी  पिछले 15 साल के किसान विरोधी कुशासन का शिकार होना पड़ा है। अब जब खुद प्रदेश का मुखिया धरतीपुत्र किसान है। किसानों को चिता करने की कोई जरूरत नही है।क्योंकि किसान होने के नाते मुख्यमंत्री को किसानों की पीड़ा का अहसास अच्छी तरह से है। इस बात को ऐसे समझ सकता है कि मुख्यमंत्री बनते ही भूपेश बघेल ने सबसे पहले किसानों के धान का समर्थन मूल्य ढाई हजार रुपया कर दिया। यद्यपि केंद्र सरकार ने ढाई हजार समर्थन मूल्य दिए जाने में कई प्रकार के रोड़े अटकाए। लेकिन किसान पुत्र मुख्यमंत्री दबाब में नही आय। उन्होंने सरकार बनने के मात्र 10 दिनों के अंदर ना केवल किसानों का कर्ज माफ किया बल्कि तत्काल प्रभाव से धान का समर्थन मूल्य 2500 प्रति क्विंटल कर दिया। अंकित ने कहा आज प्रदेश का किसान खुशहाल है। किसी भी किसान के ऊपर किसी प्रकार का कर्ज नहीं है। कोचियो  की शामत आ गयी है। क्योंकि राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि बाहर के किसानों के धान को खपाने नहीं दिया जाएगा। यदि किसी ने खपाने का दुस्साहस किया तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।

कार्यक्रम में नगर विधायक और जिला पंचायत सभापति ने धान खरीदी केंद्र के कर्मचारियों और विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि किसानों के साथ छल प्रपंच बर्दाश्त नहीं किया जाएगा साथ ही यह भी संकेत दिया किसानों की शिकायत को गंभीरता से लिया जाए यदि ऐसा नहीं किया गया कर्मचारी और अधिकारी परिणाम के लिए तैयार रहें क्योंकि किसी भी समय किसी भी धान खरीदी केंद्र का औचक निरीक्षण किया जाएगा उस समय कर्मचारियों और अधिकारियों को बचाने वाला भी नहीं मिलेगा।

धान खरीदी केंद्र शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान नगर विधायक शैलेश पांडे और जिला पंचायत सभापति अंकित गौराहा के अलावा,वीरेंद्र गहवई, विनय शुक्ला, सरपंच श्रवण गहवई, सुनील शुक्ला,सचिन धीवर, कामता गहवई, तंबोली,भागवत कोरी, श्रवण तंबोली, ध्रुव गहवई, दुर्गा निर्मलकर, रमाकांत रजक और स्थानी गणमान्य नागरिक के साथ ही किसान विशेष रूप से मौजूद थे।

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