रायपुर। पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने दो ट्वीट कर सरकार की नीतियों पर निशाना साधा है। उन्होंने पूछा कि आखिर चुनाव के वक्त में शराबबंदी का जो वादा किया गया था, उस वायदे का क्या हुआ?. जब देश-प्रदेश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, वैसे संकट के दौर में सरकार की कोशिश लोगों को घर-घर तक दवा और जरूरत का सामान उपलब्ध कराने की होनी चाहिये थी, लेकिन इसके उलट सरकार ने घर-घर शराब पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया है।
शराबबंदी के वादे से उलट #कोरोना #महामारी के समय घर-घर दवाई पहुंचाने के बजाए, @bhupeshbaghel सरकार घर-घर दारू पहुंचाकर बिक्री कर रही है, ऐसा करने वाली यह देश की पहली सरकार है।
‘‘दवा नहीं दारू से प्यार ! वाह-वाह रे भूपेश सरकार !!‘‘ @ChhattisgarhCMO @kawasi_lakhma— Amar Agrawal (@amaragrawalBJP) May 5, 2020
अमर अग्रवाल ने ट्वीट कर लॉकडाउन में सरकार द्वारा शराब दुकान खोलने के फैसले पर तो अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन शराब की होम डिलीवरी पर उन्होंने सख्त ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा है कि वर्तमान परिस्थितियां घर-घर दवाईयां पहुंचाने की है, तब सरकार घर-घर दारू पहुंचा रही है। ऐसा करने वाली यह देश की पहली सरकार है, जिसे जनता के स्वास्थ्य को लेकर कोई सरोकार नहीं है। ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘‘दवा नहीं दारू से प्यार ! वाह रे वाह भूपेश सरकार !!‘‘
स्वास्थ्यमंत्री श्री @TS_SinghDeo जी संतुलन और संयम के साथ संघर्ष का आह्वान करने वाले स्वास्थ्य मंत्री जी माननीय उच्च न्यायालय के गाइडेंस के बावजूद बिलासपुर में कोरोना टेस्टिंग लैब की कवायद आपके रहते बंद बस्ते में डाल दी गई लगती है।प्राथमिकता से संज्ञान लेकर क्रियान्वयन करावे..
— Amar Agrawal (@amaragrawalBJP) May 5, 2020
अग्रवाल ने स्वास्थ्य मंत्री को ट्वीट करते हुए लिखा है कि, संतुलन और संयम के साथ संघर्ष का आह्वान करने वाले स्वास्थ्य मंत्री ने उच्च न्यायालय के गाइडेंस के बावजूद बिलासपुर में कोरोना टेस्टिंग लैब की कवायद को ठंडे बस्ते में डाल दी है। अमर अग्रवाल ने इसे प्राथमिकता से संज्ञान में लेते हुए क्रियान्वयन करने की अपील स्वास्थ्य मंत्री से की है।