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कांग्रेसक्राइम

सोनभद्र हत्याकांड: पीड़ितों से मिल भावुक हुईं प्रियंका, छलक पड़े आंसू…जानें क्या है पूरा मामला…

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र गोलीबारी में मारे गए लोगों के परिजनों से शनिवार को आखिरकार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मुलाकात की। 24 घंटे से भी ज्यादा चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद प्रशासन ने पीड़ित परिवारों से प्रियंका गांधी की मुलाकात करवाई। पीड़ितों के परिवार के लोग प्रियंका से मिलने गेस्ट हाउस के बाहर तक पहुंचे। जिसके बाद उन्हें गेट पर ही रोका गया। जब प्रियंका खुद मिलने जाने लगीं तो पुलिस ने उन्हें रोका दिया। इसके बाद पीड़ितों के परिजनों को अंदर बुलाकर उनसे मिलवाया। पीड़ित परिवार से मिल प्रियंका गांधी भावुक हो गईं। इतना ही नहीं पीडितों से बात करते हुए प्रियंका गांधी के आंसू भी छलक पड़े। जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्तों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बताया जा रहा है कि कुल 15 लोग सोनभद्र से प्रियंका से मिलने पहुंचे हैं।

सुबह होते ही गेस्ट हाउस पर बढ़ने लगी थी भीड़

चुनार के जिस गेस्ट हाउस में प्रियंका गांधी को रखा गया है वहां रात भर कार्यकर्ताओं का भी जमावड़ा लगा रहा। रात भर गेस्ट हाउस पर भीड़ कुछ कम रही। सुबह होते ही एक बार फिर भीड़ बढ़ने लगी है। राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया रात तीन बजे तक यहीं रहने के बाद सुबह सात बजे फिर पहुंच गए हैं।

यह है मामला

17 जुलाई को सोनभद्र में घोरावल के उभ्भा गांव में 112 बीघा खेत के लिए दस ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया गया था। लगभग चार करोड़ रुपए की कीमत की इस जमीन के लिए प्रधान और उसके पक्ष ने ग्रामीणों पर अंधाधुन फायरिंग कर दी थी। इस हादसे में 25 अन्य लोग घायल हो गए थे।

ऐसे हुई थी घटना

सोनभद्र में घोरावल के उम्भा गांव में 112 बीघा खेत जोतने के लिए गांव का प्रधान यज्ञदत्त गुर्जर 32 ट्रैक्टर लेकर पहुंचा था। इन ट्रैक्टरों पर लगभग 60 से 70 लोग सवार थे। यह लोग अपने साथ लाठी-डंडा, भाला-बल्लम और राइफल और बंदूक लेकर आए थे। गांव में पहुंचते ही इन लोगों ने ट्रैक्टरों से खेत जोतना शुरू कर दिया। जब ग्रामीणों ने विरोध किया तो यज्ञदत्त और उनके लोगों ने ग्रामीणों पर लाठी-डंडा, भाला-बल्लम के साथ ही राइफल और बंदूक से भी गोलियां चलानी शुरू कर दी।

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