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छत्तीसगढ़ / दंतेवाड़ा में जिस रास्ते से जाने वाले थे रमन, वहीं 60 किलो विस्फोटक मिला

दंतेवाड़ा . दंतेवाड़ा उपचुनाव की मतगणना के दूसरे दिन पुलिस को मेटापाल और गाटम के बीच पुलिया में करीब 60 किलो विस्फोटक मिला है जो नक्सलियों ने छिपाकर रखा था। नक्सलियों ने पुलिया में बारूद को एेसे लगाया था कि यहां से 20 से 25 बार फोर्स एरिया डोमिनेशन के लिए निकली लेकिन इसे खोज नहीं पाई।

यह वही इलाका है जहां सीएम भूपेश बघेल की सभा हुई थी और पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह सड़क मार्ग से जाने वाले थे लेकिन उन्हें सुरक्षा का हवाला देते हुए रोक दिया गया था। हालांकि अब वीआईपी मूवमेंट खत्म होने के बाद जवानों ने इसे ढूंढ निकाला है।

पहली बार नक्सलियों ने पुल के नीचे की दीवारों को खोदकर इसमें वायर व विस्फोटक प्लांट किया है। दो बड़े स्टील के ड्रम में 30- 30 किलो वजनी विस्फोटक को भरकर 10 मीटर दूर रखा। फिर प्लास्टर से ढंककर पुताई कर दी। शुक्रवार देर रात पुलिस को सूचना मिली तो सुबह 4 बजे ही पुलिस व सीआरपीएफ 195 की टीम रवाना हो गई। करीब 2 से ढाई घंटे मेहनत कर दीवारों को खोद जवानों ने पूरे विस्फोटक निकाले। पुलिस के मुताबिक नक्सल लीडर जगदीश, जयलाल, मंगतू, मिड़काम, बादल को इसे लगाने की ज़िम्मेदारी मिली थी।

मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने की शिक्षादूत की हत्या : सुकमा | तारलागुड़ा के बैनपल्ली में नक्सलियों ने शिक्षादूत की हत्या कर दी है। बताया जाता है कि घटना जगरगुंडा थाना क्षेत्र की है, जहां बीती रात नक्सलियों ने शिक्षादूत के रूप में काम कर रहे मुचाकी लिंगा अपने घर में सो रहा था। इसी बीच नक्सली उसे बुलाकर अपने साथ लेकर चले गए। इसके बाद पुलिस के लिए मुखबिरी करने का आरोप लगाते हुए उसकी हत्या कर शव को सड़क के पास फेंक दिया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। शिक्षादूत की हत्या से शिक्षा जगत में शोक की लहर फैल गई है।

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