नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कोरोना संकट के मद्देनजर 9वीं और 11वीं कक्षा के फेल छात्रों को स्कूल-आधारित परीक्षा में उपस्थित होने का एक और अवसर देने की घोषणा की है। सीबीएसई कंट्रोलर सनम भारद्वाज ने बुधवार को कहा, “स्कूल 9वीं और 11वीं कक्षा के असफल छात्रों के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन परीक्षा आयोजित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था केवल मौजदा सत्र के लिए ही है। बोर्ड ने यह फैसला कोरोना संकट के मद्देनजर छात्रों में तनाव के मद्देनजर लिया है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बुधवार को कहा कि सभी सीबीएससी स्कूलों को निर्देशित किया जा रहा है कि 9वीं एवं 11वीं में जो बच्चे अनुत्तीर्ण हो गए हैं, ऐसे सभी बच्चों को ऑनलाइन, ऑफलाइन और इनोवेटिव तरीके से टेस्ट लेने का एक अवसर प्रदान करें। सीबीएसई ने अपने से संबंधित सभी स्कूलों से छात्रों को प्रोजेक्ट वर्क, समय-समय पर होने वाली परीक्षाओं, टर्म एग्जाम्स, इत्यादि के आधार पर अगली कक्षाओं में पास करने की सलाह दी थी। साथ ही यह भी कहा था कि कोई भी छात्र जो इस आंतरिक प्रक्रिया (किसी भी विषय में) को पास करने में असमर्थ है, उनके लिए स्कूल-आधारित ऑनलाइन या ऑफलाइन टेस्ट लिया जा सकता है।
निशंक ने किया था ट्वीट
इस बारे में निशंक की ओर से गुरुवार को एक ट्वीट किया गया था जिसके बाद सीबीएसई ने भी ट्वीट करके सभी असफल छात्रों को फिर से स्कूल-आधारित परीक्षा में बैठने का अवसर प्रदान करने का निर्णय लिया है। इसके संबंध में एक नोटिस जारी किया गया है।
He has also asked schools to provide adequate time to the students for the preparations of re-tests. pic.twitter.com/HfIqyyT36M
— Ministry of Education (@EduMinOfIndia) May 14, 2020
सूचना में कहा गया है कि, ”माता-पिता और स्टूडेंट्स के अनुरोध को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि 9वीं और 11वीं के सभी असफल स्टूडेंट्स को एक बार फिर स्कूल बेस्ड टेस्ट में शामिल होने का मौका दिया जाएगा, बिना इस बात की परवाह किए कि उनकी परीक्षाएं पूरी हो चुकी हैं और परीक्षा परिणाम जारी हो गए हैं या उनकी परीक्षाएं नहीं हुई हैं। इस सुविधा को कई विषयों और प्रयासों के बावजूद बढ़ाया जाना है।”