राजस्थान पॉलिटिक्स अपडेट: आखिर ऐसा क्या बोला प्रियंका ने कि फूट फूट कर रोने लगे सचिन पायलट?…
दोनों दिग्गजों ने की पहल पर ही सचिन पायलट एक बार फिर से गिले-शिकवे भूलकर लौट आए हैं। हालांकि जब कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट की पैरवी करने वाली प्रियंका और राहुल से पूछा कि सचिन के कारण पार्टी की प्रतिष्ठा को जो आघात पहुंचा है, उसकी भरपाई कैसे होगी ? तो दोनों इस सवाल का जवाब नही दे पाए।
सूत्रों के मुताबिक राहुल व प्रियंका ने स्वीकार किया कि सचिन की हरकत किसी भी दृष्टि से क्षम्य नही है। फिर भी पार्टी में आये अवरोध के लिए पायलट की वापसी के बारे में विचार करना उचित कदम होगा । आलाकमान सोनिया गांधी ने फिलहाल इस बारे में कोई स्पस्ट संकेत नही दिया है ।
सूत्रों के मुताबिक प्रियंका ने बहुत ही तल्ख शब्दों में पायलट को पार्टी से बगावत करने के लिए लताड़ पिलाई । प्रियंका का कहना था कि जो पेड़ आपको छांव दे रहा था, आपने उसको ही काटने का दुस्साहस किया। प्रियंका की बात सुनकर भावुक होकर पायलट फूट फूट कर रोने लग गए। उंन्होने स्वीकार किया कि भावावेश में उंन्होने यह कदम उठाया था।
साथ ही पता चला है कि बातचीत की पहल केसी वेणुगोपाल की पहल पर हो रही है। सूत्रों के मुताबिक वेणुगोपाल और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल नही चाहते है कि पायलट को वापिस लिया जाए। लेकिन पार्टी संकट के लिए कोई रास्ता निकालना अनिवार्य हो गया है। इसलिए नही चाहते हुए भी ये दोनों हस्तक्षेप कर रहे है।
भले ही राजस्थान की राजनीति में सचिन पायलट की वापसी हो रही हो, लेकिन दोनों गुटों में नाराजगी अभी भी बरकरार है। हो सकता ही कि दोनों गुटों की और से नाराजगी फिर बगावत की रूप ले सकती है।
गौरतलब है कि 14 अगस्त से राजस्थान विधानसभा का सत्र आरंभ होगा जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुमत साबित करने का प्रयास करेंगे। मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ खुलकर बगावत करने और विधायक दल की बैठकों में शामिल नहीं होने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री के पदों से हटा दिया था। बागी रुख अपनाने के साथ ही पायलट कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे।