सर्च ऑपरेशन के लिए 5000 जवान, बम स्क्वॉयड मौके पर पहुंचे
सिरसा में डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय की तलाशी अभियान शुरू हो गया है. तलाशी से पहले सिरसा में कर्फ्यू लगा दिया गया. आश्रम में कई तालों को तोड़ने के लिए 22 एक्सपर्ट को भी बुलाया गया है. बड़े इलाके में फैले इस परिसर की पूरी तलाशी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी. सर्च ऑपरेशन के लिए 5000 सेना के जवान और बम स्क्वॉयड दस्ते के 50 लोग मौके पर तैनात किए गए हैं.
यह प्रक्रिया अवकाशप्राप्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश एकेएस पवार की निगरानी में होगी. पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने मंगलवार को उन्हें कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया था.
पवार गुरुवार को ही सिरसा पहुंच गए थे. इसके बाद उन्होंने तलाशी अभियान को लेकर शीर्ष अधिकारियों से मिलकर स्थिति का जायजा लिया. डेरा परिसर 800 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें शिक्षण संस्थानों के साथ ही बाजार, अस्पताल, स्टेडियम, मनोरंजन स्थल और घर भी हैं.
तलाशी प्रक्रिया मीडिया के दायरे से बाहर होगी. तलाशी प्रक्रिया में हरियाणा पुलिस के कर्मियों के अलावा अर्धसैनिक बल, ड्यूटी मजिस्ट्रेट, कार्यकारी मजिस्ट्रेट और राजस्व अधिकारी भी शामिल हैं. डेरा के पास 16 नाके बनाए गए हैं और सिरसा जिले में अर्धसैनिक बलों की 41 कंपनियां तैनात की गयी हैं.
इस प्रक्रिया में बुलेट-प्रूफ वाहनों के इस्तेमाल की भी संभावना है. इस बीच पुलिस और डेरा प्रबंधन का कहना है कि अधिकतर डेरा समर्थकों ने लाइसेंसी हथियार पुलिस को जमा करा दिए हैं.
उल्लेखनीय है कि डेरा प्रमुख राम रहीम को दो साध्वियों के साथ दुष्कर्म के मामले में सजा सुनाए जाने के बाद भारी हिंसा हुयी थी जिसमें 35 लोगों की मौत हो गयी थी.