भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक 25 सितंबर को
भाजपा 25 सितंबर को पार्टी की विस्तारित कार्यकारिणी में अगले लोकसभा चुनाव की रणनीति का तानाबाना बुनेगी। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अभी डेढ़ साल बचा है लेकिन भाजपा कोई कसर नहीं छोडना चाहती है। लिहाजा सभी सांसदों, सभी विधायकों एवं पार्षदों के साथ प्रदेश इकाइयों के अध्यक्षों समेत 2000 नेताओं को इसमें शामिल होने के लिये बुलाया गया है।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया जायेगा जिसमें रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे को शामिल किये जाने की संभावना है। राजनीतिक प्रस्ताव तैयार करने की जिम्मेदारी राम माधव और विनय सहस्रबुद्धे को सौंपी गयी है। इसके अलावा एक आर्थिक प्रस्ताव भी पेश किया जा सकता है जिसमें वस्तु एवं सेवा कर जीएसटी से आए आर्थिक बदलाव और नोटबंदी के कारण बदली परिस्थितियों का जिक्र हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे पर सरकार के रूख की कुछ विपक्षी दलों समेत एक वर्ग आलोचना कर रहा है। दूसरी ओर वस्तु एवं सेवा कर जीएसटी और नोटबंदी के मुद्दे पर भी सरकार,कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों के निशाने पर है।
कार्यक्रम आयोजन के लिये दिल्ली प्रदेश में समन्वय स्थापित करने की जिम्मेदारी कैलाश विजयवर्गीय को सौंपी गई है। भाजपा की विस्तारित राष्ट्रीय कार्यकारणी की यह बैठक दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती समारोह के समापन के अवसर पर आयोजित की जा रही है।
पार्टी नेताओं का कहना है कि बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन खास होगा जो कुछ राज्यों में आसन्न विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव की दिशा तय करेंगे ।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी लगातार अलग-अलग राज्यों का दौरा कर पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा पिछले एक साल से पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष मना रही है जो पिछले साल केरल के कोझ्ािकोड में पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक के दौरान तय हुआ था।