बिलासपुर। राष्ट्रीय कांग्रेस के सचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी सचिव अरुण उराँव ने आज सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता में प्रदेश की भाजपा सरकार के कार्यो पर जमकर निशाना साधा है। पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने पांच विषयो पर भाजपा के क्रियाकलापो पर सवालिया निशान खड़ा किया है।
ज्ञात हो कि पंजाब के क्राईम आईजी रहे अरुण उराँव जिन्होंने अपनी सेवाकाल से 10 वर्ष पूर्व अपने पद का परित्याग कर राजनीति सफर की शुरुआत की है। जिन्हें कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ का प्रभारी सचिव नियुक्त किया है आज उन्होंने अपने बिलासपुर प्रवास के दौरान पत्रकारों से चर्चा में बीजेपी की कार्ययोजना पर सवालिया निशान लगाते हुए बताया कि राज्य सरकार द्वारा शहीद वीरनारायण सिंह के बलिदान दिवस पर उन्हें याद नही करना अपने आप मे शहीद की शहादत का अपमान बताया है। राष्ट्रीय कांग्रेस सचिव श्री उरांव ने अरपा भैसाजार परियोजना को जनता से वादा खिलाफी करना बताया थेम्स नदी की तर्ज पर निर्माण कराए जाने के प्रलोभन को भाजपा की दमनकारी परियोजना बताया है। वहीं शहर में विगत 10 वर्षों से संचालित सीवरेज पारीयोजना को विनाशकारी योजना का नाम दिया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार सीवरेज परियोजना को पूरी नही करने के पीछे कमीशन का खेल बताया है। उन्होंने सीवरेज को असफल बताते हुए शहर की जनता की जान के साथ खिलवाड़ बताया है। राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए श्री उरांव ने बताया कि एक तरफ प्रशासन रवि की फसल के लिए किसानों को पानी नही दे रही है वहीं नगरवासियो को खूंटाघाट से पानी लाने की योजना को भी बड़े कमीशन और धांधली का खेल बताया है। क्योंकि राज्य सरकार की किसानों के प्रति नीतियों को आगामी होने वाले विधानसभा चुनाव में भारी पड़ेगी। यही नही भाजपा शासन अपने कार्यकाल में प्रमुख चौक चौराहों के नाम बदलने की नीति बताते हुए निंदा की है क्योंकि किसी स्थान विशेष का नामकरण वहाँ की संस्कृति एवं महान लोगो के आधार पर किया जाता है ,जबकि भारतीय जनता पार्टी उन प्रमुख स्थानों के नाम मे परिवर्तन कर अपनी पार्टी के संस्थापकों के नाम करना चाहती है। ताज़ख़बर36गढ़ के पूछे गए सवाल जोगी कांग्रेस को कौन से स्थान पर देखते है।उन्होंने कहा कि 2018 का विधानसभा चुनाव केवल भाजपा और कांग्रेस का चुनाव बताया है,और जोगी कांग्रेस के अस्तित्व को नकारते हुए छलावा बताया है।
जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने सभी पदाधिकारियों को जमकर नसीहत देते हुए जमीनी स्तर पर काम करने की सलाह दी है, सूत्रों की माने तो जिले के शहर एवं ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्षो को फटकार लगाते हुए समझाईश भी दी है।