बिलासपुर। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस सुप्रीमो अजीत जोगी 11 फरवरी को राजनांदगांव विधान सभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के खिलाफ लाखो समर्थकों के बीच चुनाव लड़ने की घोषणा करेंगे।
प्रदेश प्रवक्ता नितिन भंसाली ने आज बिलसपुर प्रेसवार्ता कर जानकारी दी है कि 11 फरवरी को अजीत जोगी लाखो समर्थकों के बीच मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ राजनांदगांव विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा करेंगे। उन्होंने प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के 14 वर्ष पूरे होना वनवास का समय पूरा होना कहा है। प्रदेश कांग्रेस और मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस औऱ भाजपा दोनों दल अजीत जोगी की पारिवारिक, सामाजिक एवं राजनैतिक हत्या करने का हर संभव प्रयास किया गया है यही नही जोगी जी की बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा और कांग्रेस की नींद उड़ना बताया है जिसके लिए 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ को रमन राज से मुक्त कराने और छत्तीसगढ़ के अधिकारों को दिल्ली से वापस लाने जोगी ने सरकार के मुखिया से सीधे लड़ने की घोषणा करने जा रहे है जबकि बिलासपुर विधानसभा को खोदापुर का नाम दिया औए जनता में विधायक अमर अग्रवाल के प्रति आक्रोश की भावना का लाभ लेते हुए नगर विधायक का अंतिम कार्यकाल बताया है। उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस जोगी का जो भी प्रत्याशी बिलासपुर विधानसभा चुनाव में खड़ा होगा वह अमर अग्रवाल को लंबे मतों के अंतराल से हराने का दावा किया है।
मामले की तह तक सोंचे तो यही प्रतीत होता है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा मुख्यमंत्री रमन सिंह और अजीत जोगी की आपसी साँठ गाँठ का लगातार दावा प्रचार किया गया है और अजीत जोगी का रमन के खिलाफ चुनावी घोषणा जनता के मन मे सहानुभूति पाना एक राजनैतिक स्टंट भी हो सकता है क्योंकि पूर्व के भी विधानसभा चुनावों में भी अजीत जोगी कांग्रेस से रमन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके थे मगर लड़ नही पाए।