बिलासपुर। जमीन विवाद पर रातभर मरवाही थाने में रखने के बाद दूसरे दिन एक भाजपा नेता की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हुई है। पुलिस ने रातभर उसकी बेदम पिटाई की। उसे भूखे रखा। दूसरे दिन जब तबीयत बिगड़ी तो उसे बिलासपुर रेफर कर दिया गया, लेकिन बिलासपुर पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। बवाल मचने के बाद एसपी ने टीआई को लाइन अटैच कर दिया है। मामले में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने टीआई समेत दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का जुर्म दर्ज करने की मांग की है। दूसरी ओर, सीएम भूपेश बघेल ने पीएम रिपोर्ट में मारपीट से मौत की पुष्टि होने पर न्यायिक जांच कराने की बात कही है।
जानकारी के अनुसार बीते रविवार शाम चंद्रिका तिवारी और उनके बेटे दिनेश ने मरवाही थाने में रिपोर्ट लिखाई कि गांव के ही तुलसी तिवारी और गंगा तिवारी उनकी जमीन पर बलपूर्वक कब्जा कर रहे हैं। पुलिस ने चंद्रिका और उसके बेटे दिनेश को 112 के जरिए थाने बुलवाया और दोनों को रातभर थाने में बिठा दिया। दूसरे दिन सोमवार को दोनों के खिलाफ 151 का मामला बनाकर तहसीलदार के कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाया गया। तहसीलदार के कोर्ट में हाजिर होने से पहले ही चंद्रिका तिवारी की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से उसे बिलासपुर रेफर कर दिया गया। वहां से उसे बिलासपुर लाया जा रहा था, लेकिन रतनपुर पहुंचने के बाद उसकी मौत हो गई।
बेटा का आरोप- पुलिस की पिटाई से हुई मौत
मृतक के बेटे दिनेश तिवारी ने बताया कि उसके पिता हार्ट के मरीज थे। पुलिस वालों ने रात में उसके पिता को बेदर्दी से मारा। साथ ही उसकी भी पिटाई की गई। जानवरों की तरह पीटने से उसके पिता की तबीयत खराब हो गई और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।
मरवाही थाने में हंगामा
पुलिस की पिटाई से एक भाजपा नेता की मौत होने की खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। मंगलवार को भारी संख्या में ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर दिया और टीआई समेत दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। वे हत्या का जुर्म दर्ज करने की मांग भी कर रहे थे। पूरे मामले की जानकारी मिलने पर सीएम भूपेश बघेल के निर्देश पर एसपी ने टीआई को लाइन अटैच कर दिया।
धरम बोले- टीआई समेत दोषी कर्मियों पर 302 का अपराध दर्ज हो
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने इस मामले को लेकर भाजपा कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस ली। उन्होंने कहा कि जिसने मामले की शिकाय की, पुलिस ने उसे ही थाने बुला लिया और रातभर बाप-बेटे की जानवरों की तरह पिटाई की गई। दूसरे दिन दोनों बाप-बेटे पर 151 का केस बना दिया गया। तहसीलदार कोर्ट में पेश करने ही वाले थे कि पिता की तबीयत बिगड़ गई और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। यह घटना पुलिस की ज्यादती को दर्शाती है। उन्होंने मरवाही थाने के टीआई के लाइन अटैच की कार्रवाई को नाकाफी मानते हुए कहा कि मामले में टीआई और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का जुर्म दर्ज होना चाहिए।
सीएम भूपेश ने कहा- मारपीट से मौत की पुष्टि हुई तो न्यायिक जांच कराएंगे
सीएम भूपेश बघेल मंगलवार को मुंगेली जिले के प्रवास पर थे। वहां पत्रकारों ने जब पुलिस की मारपीट से भाजपा नेता की मौत को लेकर सवाल उठाया तो सीएम का कहना था कि एक किसान की मौत होने की जानकारी मिली है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि मौत किस कारण हुई है। यदि पीएम रिपोर्ट में मारपीट से मौत की पुष्टि होती है तो मामले की न्यायिक जांच कराएंगे।