बिलासपुर। बिलासपुर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। नशे का कारोबार करने वाले एक बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इनके पास से कोडिन युक्त प्रतिबंधित कफ सिरप की 55 पेटी बरामद की है। जिसमें सात हजार बॉटल से अधिक सिरप पकड़े गए हैं। नशे के कारोबार का मुख्य सरगना सहित दो सप्लायर को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं। पकड़ी गई नशीली दवा की कीमत 10 लाख बताई गई है। जिसकी ट्रांसपोर्टिंग में इस्तेमाल की गई कार भी जब्त कर ली गई है।
मामले का खुलासा करते हुए बिलासपुर जिला के एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि जिले में नशे के कारोबार की शिकायतें लगातार मिलने के बाद थाना प्रभारियों की बैठक लेकर नशीली दवा बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे। पुलिस उसके बाद से ही ऐसे लोगों पर नजर रख रही थी । इसी सिलसिले में सोमवार को शाम सिविल लाइन पुलिस को मुखबिर के जरिए मिनी बस्ती में नशीली सिरप बेचने की खबर मिली। पुलिस ने संजय भास्कर नामक युवक को 24 नग प्रतिबंधित कोडिन युक्त सिरप बेचते हुए पकड़ा लिया। उससे पूछताछ की गई तो लोकल सप्लायर के रूप में पुलिस दगौरी के रहने वाले इंद्रजीत कौशिक तक पहुंच गई।
पुलिस के पूछताछ में इंद्रजीत ने बताया कि वह फार्मेसी का छात्र है और जल्द अमीर बनने की इच्छा के कारण नशे का कारोबार करता है। वह पिछले 8 महीने से शहर में लोकल डिस्ट्रीब्यूटर होने के साथ ही रिटेल में भी नशीली दवा बेचता है। उसने संजय भास्कर को भी दवा का सप्लायर बताया। इसी पूछताछ के दौरान पुलिस को एरिया सप्लायर के रूप में बेलतरा निवासी मेडिकल स्टोर संचालक विकी जयसवाल का पता चला।जो पिछले 2 साल से अवैध रूप से कोडीन युक्त नशीला सिरप बेच रहा है। खबर मिलने पर पुलिस ने बेलतरा जाकर छापा मारा और विकी जयसवाल के मेडिकल स्टोर से 10 पेटी अवैध कोडिन युक्त प्रतिबंधित नशीला सिरप बरामद किया। पूरी कार्यवाही में करीब 7262 नशीला सिरप बरामद किया गया है। साथ ही ट्रांसपोर्टिंग में इस्तेमाल की जा रही अर्टिगा कार भी आरोपियों से जप्त की गई है। पुलिस ने इस मामले में विकी जयसवाल, इंद्रजीत कौशिक, भुनेश सिंह राजपूत और संजय भास्कर को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ में और भी मामलों का खुलासा होने की उम्मीद की जा रही है।
एसपी अभिषेक मीणा के निर्देशन में एडिशनल एसपी ओमप्रकाश शर्मा, संजय ध्रुव ,सिविल लाइन टीआई कलीम खान, प्रशिक्षु डीएसपी आशा सेन,फैजुल होदा, रविन्द्र यादव, शोभित केवर्त, अशोक कश्यप, जय साहू, और अन्य लोगों की अहम भूमिका रही है।