मंगचुआ क्षेत्र के टुंडे कुंडाल की घटना, छह माह बाद खुलासा होने पर बरामद हुआ महिला का शव
पति गिरफ्तार, पहली पत्नी की मौत के बाद किया था प्रेम विवाह, समाज के मिलाने की बात पर खुला राज
बालोद. छत्तीसगढ़ के बालोद में शुक्रवार को एक हत्याकांड का खुलासा हुआ। जिले के मंगचुआ थाना क्षेत्र में करीब 6 महीने पहले अप्रैल में एक पति ने अपनी पत्नी को जंगल में गला घोंट कर मार डाला फिर उसकी लाश को जला दिया था। जिसका नर कंकाल बरामद हुआ है। मामले में पुलिस ने टुंडे कुंडेल (चिलमगोटा) निवासी पति मनोहर मंडावी (32) को गिरफ्तार किया है। पति का कहना है कि उनके ससुर से हुई लड़ाई की खुन्नस, उसने अपनी पत्नी पर उतारा था। आवेश में आकर जंगल ले जाकर पत्नी का गला घोंटकर सूखे पत्तों को एकत्र कर जला दिया था।
सूखी लकड़ियों व पत्तों से जलाई लाश
- ससुर से आरोपी की जमकर लड़ाई हो गई। सुसर ने उन्हें कह दिया था कि मैं तुम दोनों को रख नहीं सकता। यहां से चले जाओ। ससुर से हुए विवाद से आरोपी आवेश में था, वहां से आने के बाद से उसे यह चिंता सता रही थी कि अब हम कहां रहेंगे? गुजारा कैसे होगा। दोनों टुंडे कुंडेल के जंगल में जाकर बैठे थे। दोनों के बीच इसी बात पर विवाद हो गया। जिसके बाद जंगल में ही सूखी लकड़ियों व पत्तों के जरिए लाश को जता दिया। इस घटना को पति ने ऐसी जगह पर अंजाम दिया था, जहां कोई आता जाता नहीं।
- इसी वजह से आज तक ग्रामीणों को भी कुछ पता नहीं चल पाया कि वहां किसी को जलाया गया है। हत्या के बाद आरोपी चेन्नई भाग गया। आरोपी ने महिला के पिता को भी कभी इस बात की भनक नहीं लगने दी। अपने ससुर बीरबल को भी आरोपी मनोहर फोन करके कहता था कि तुम्हारी बेटी मेरे साथ ही है। पिता को भी कभी इस बात की भनक नहीं लगी कि उनकी बेटी की हत्या अप्रैल में ही हो गई है। आरोपी अपने परिवार व गांव वालों को भी इसी तरह धोखा देता रहा।
दबाव के बाद पति ने गुनाह कबूल किया
टीआई अभिषेक महोबिया ने बताया कि एक हफ्ते पहले आरोपी चेन्नई से अपने गांव टुंडे कुंडेल अाया और समाज के लोगों से कहने लगा कि मैं मिलकर रहना चाहता हूं। समाज ने बैठक बुलाई, पर आरोपी को अकेला देखकर उसकी पत्नी के बारे में पूछा। इस पर उसने जवाब दिया कि पत्नी को पिता के पास छोड़ दिया है। समाज वालों को शंका हुई और लड़की के पिता के पास जानकारी लेने के लिए पहुंचे। लड़की के पिता ने बताया कि उसने अपनी बेटी को छह माह से देखा तक नहीं है। दामाद कहता है कि वह चेन्नई में है। तब समाज के लोगों और गांव वालों को संदेह हुआ और उन्होंने इसकी सूचना मंगचुआ थाना पुलिस को दी। पुलिस पूछताछ व समाज के दबाव के बाद आरोपी पति ने गुनाह कबूल कर लिया।
रोजी मजदूरी करते थे
एक साल पहले अक्टूबर मनोहर नपे गोटाटोला की लड़की कीर्ति भुआर्य (23) से प्रेम प्रसंग में शादी की थी। आरोपी की पहली पत्नी की मौत हो चुकी थी। इस प्रेम प्रसंग में शादी के बाद दोनों चेन्नई फरार हो गए थे। जहां रोजी मजदूरी करते थे। पिछले साल नवरात्रि यानी अप्रैल में दोनों लौटे, लेकिन इस तरह की शादी के चलते समाज से उन्हें अलग कर दिया गया। इसके बाद दोनों चेन्नई से आकर गोटाटोला में अपने ससुर बीरबल के पास पहुंचे।