छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के मामलों में शनिवार को रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखने को मिली है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य में शनिवार को कोविड-19 के 44 नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ राज्य में कोरोना वायरस का आंकड़ा 216 पहुंच गया है। बता दें कि राज्य में कोरोना वायरस के 62 मरीजों का इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। जिन लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि की गई है उनमें से ज्यादातर लोग प्रवासी मजदूर हैं तथा वह अन्य राज्यों से लौटे हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए तीन जिलों के चार विकासखंडों को रेड जोन घोषित किया है। साथ ही राज्य में 80 विकासखंड ऑरेंज जोन में हैं। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने शनिवार को यहां बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी विकासखंडों को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में वर्गीकृत किया है।
विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के मुताबिक राज्य के सभी विकासखंडों और शहरी क्षेत्रों में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या, इनके दोगुने होने की दर तथा प्रति एक लाख जनसंख्या पर नमूनों की जांच के आधार पर उन्हें रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में वर्गीकृत किया गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बालोद जिले के डौंडी लोहारा, बिलासपुर जिले के तखतपुर और मस्तूरी तथा कोरबा जिले के कोरबा विकासखंड को रेड जोन घोषित किया है। वहीं 25 जिलों के 80 विकासखंड को ऑरेंज जोन में रखा गया है जबकि शेष विकासखंड ग्रीन जोन में हैं। राज्य में कुल 146 विकासखंड हैं। अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने 22 मई की स्थिति के आधार पर यह वर्गीकरण किया है। इसमें हर सोमवार को बदलाव किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राज्य के कुछ विकासखंडों में किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि नहीं होने के बाद भी उसे आरेंज जोन में रखा गया है क्योंकि उन विकासखंडों में प्रति लाख जनसंख्या पर नमूनों की जांच दर कम है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में कोविड-19 प्रभावित निषेध क्षेत्र की सूची भी जारी की गई है। राज्य में 21 मई की स्थिति के आधार पर 21 जिले के 44 स्थानों को निषेध क्षेत्र घोषित किया गया है।