लद्दाख। पूर्वी लद्दाख में हजारों फुट ऊंची चोटियों पर चीन के नापाक मंसूबों को भारतीय सेना समय-समय पर मुंहतोड़ जवाब दे रही है। अब चीन गंदी चाल चल रहा है जिससे कि भारतीय सैनिकों का मनोबल तोड़ा जा सके। अपनी पुरानी रणनीति की तरह फिर चीन माइंडगेम खेलने पर उतारु हो गया है और इसके लिए उसने ‘मैदान ए जंग’ में लाउडस्पीकर लगाया है। इन लाउडस्पीकरों के माध्यम से चीन भारतीय सैनिकों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भड़काने का काम कर रहा है। इतना ही नहीं चीन की तरफ से इन लाउडस्पीकरों पर पंजाबी गाने बजाए जा रहे हैं। जानिए क्यों कर रहा है चीन ऐसी हरकत, क्या है पंजाबी गानों के पीछे चीन की घटिया चाल।
भारतीय जवानों पर साईक्लोजिकल प्रेशर बनाना चाहता है चीन
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के अनुसार 29-30 अगस्त को पैंगोंग झील के दक्षिणी तट पर भारतीय सेना द्वारा चीनी सेना को करारी चोट मिली थी। इसके बाद चीनी सैनिक भारतीय जांबाजों को डराने के लिए बख्तरबंद गाड़ी लेकर आये थे। इसके बावजूद भी जब भारतीय सैनिक एक इंच भी नहीं हिले तो अब चीन नई चाल चली है। चीनी सेना पैंगोंग झील के फिंगर 4 पर लाउड स्पीकर लगाकर पंजाबी गाने भी बजा रहे हैं। क्योंकि यहां सिख या फिर पंजाबी सैनिकों की पलटन तैनात है ऐसे में चीनी सेना साईक्लोजिकल-प्रेशर के तहत इस तरह के गाने बजा रही है।
‘आर्ट ऑफ वॉर’ किताब में लिखी नीतियों को अपना रहा है चीन
चीन अपनी हजारों साल पुरानी रणनीति पर काम कर रहा है। चीनी सेना के सैन्य रणनीतिकार सुन जू ने छठवीं शताब्दी ईसा पूर्व में अपनी बहुचर्चित किताब ‘आर्ट ऑफ वॉर’ में लिखा है कि सबसे अच्छा युद्ध कौशल वह होता है जो बिना लड़े ही जीत लिया जाए। उन्हीं की रणनीति पर काम करते हुए चीनी सेना और ग्लोबल टाइम्स जैसे कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र लद्दाख में भारतीय सैनिकों के खिलाफ मनोवैज्ञानिक युद्ध छेड़े हुए हैं।
1962 के युद्ध भी चीन ने किया था ऐसा
भारतीय सेना के एक पूर्व प्रमुख के अनुसार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने 1962 के युद्ध में पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों में और 1967 के नाथू ला झड़प के दौरान लाउडस्पीकर की रणनीति का इस्तेमाल किया था। फिंगर 4 पर पंजाबी गानों को बजते हुए सुन कर भारतीय सैनिक उलझन में पड़ गए। पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि फिंगर 4 की ऊंची पहाड़ियों पर पंजाब के सैनिकों ने कमान हाथ में ले रखी थी।
सेना को सरकार के खिलाफ भड़काने की भी कोशिश जोरों पर
चीन इन लाउडस्पीकरों की मदद से भारतीय सैनिकों को उनके राजनीतिक नेतृत्व की चालाकियों को समझाने का प्रयास कर रहा है। चीनी सैनिक शुद्ध हिंदी में भारतीय सैनिकों को यह समझा रही है कि इतने कड़ाके की ठंड में इतनी ऊंचाई पर उन्हें तैनात किए जाने की भारतीय नेताओं का फैसला निरथर्क है। चीन की रणनीति भारतीय सैनिकों के आत्मविश्वास को कमजोर करने और और सैनिकों के अंदर असंतोष पैदा करने की रही है। चीनी सेना भारतीय सैनिकों को बता रही है कि वे कभी भी गरम खाना नहीं खा पाते हैं।