कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते संक्रमण के बीच अब इसके वैक्सीन को लेकर एक स्टडी सामने आई है। जिसमें बताया गया है कि कुछ चुनिंदा अमीर देश कोरोना वायरस की संभावित की आधे से अधिक खुराकों को पहले से अपने लिए बुक करा चुके हैं। ब्रिटेन की ऑक्सफैन की एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस वैक्सीन बनाने में आगे चल रही पांच कंपनियां लगभग 5.9 अरब खुराक बनाएंगे।
जिसे की लगभग 3 अरब लोगों को दिया जा सकता है वो भी तब जब एक व्यक्ति को दो डोज दिए जाएंगे। 5.9 अबर खुराक में से 51 प्रतिशत खुराकों को अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, ऑस्ट्रेलिया, हांगकांग और मकाऊ, जापान, स्विट्जरलैंड और इजरायल जैसे देश पहले ही खरीद चुके हैं। जबकि इन धनी देशों में दुनिया की आबादी के मात्र 13 फीसदी लोग रहते हैं।
इन देशों में वैश्विक आबादी के मात्र 13 प्रतिशत लोग रहते हैं। वहीं बाकी के 2.6 अरब वैक्सीन की खुराक को भारत, बांग्लादेश और चीन जैसे देश अपने लिए बुक कराए हैं। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा है कि वह अगले महीने अमेरिका में कोरोना वैक्सीन को रोल आउट करना शुरू कर देंगे। हालांकि, उनके प्रशासन में ही मौजूद एक टॉप स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि 2021 के मध्य तक कोरोना की वैक्सीन आ सकती है।
अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि जैसा आप जानते हैं कि हम कोरोना वायरस वैक्सीन के बहुत करीब है। हमें लगता है कि हम अक्टूब या इसके तुरंत बाद वैक्सीन देना शुरू कर देंगे। दूसरी ओर डेमोक्रेट ने चिंता व्यक्त की है कि ट्रंप सरकारी स्वास्थ्य नियामकों और वैज्ञानिकों पर दबाव डाल रहे हैं क्योंकि नवंबर में चुनाव होने वाला है।
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी से दुनिया की अर्थव्यवस्था तबाह हो गई है। कई देशों में इस बीमारी को बढ़ने से रोकने के लिए अभी लॉकडाउन चल रहा है। दुनिया के अधिकतर देशों में मंदी का दौर शुरू हो गया है। ऐसे में दुनिया को अब जल्दी से जल्दी कोरोना वायरस वैक्सीन का इंतजार है। कई देशों में वैक्सीन तीसरे चरण के ट्रायल में है।