रायपुर। छत्तीसगढ़ में महिलाओं को उनके अधिकारों और कानूनों के प्रति जागरूक करने के लिए बृहस्पतिवार से मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ रवाना किया गया। जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज हरेली (हरियाली अमावस्या) के अवसर पर अपने आवास परिसर से मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और अपनी शुभकामनाएं दी है। इस कार्यक्रम की शुरुआत “बात है अभिमान की, महिला मन के सम्मान की” सूत्र वाक्य के साथ हुई।
क्यों शुरु की गई यह रथ यात्रा
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की पहल पर राज्य की महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकारों और कानूनों की जानकारी देकर जागरूक करने और उनमें आत्मविश्वास बढ़ाने के उद्देश्य से यह न्याय रथ यात्रा शुरू की गई है। मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर महिलाओं की सुरक्षा, न्याय और उन्हें अधिकार सम्पन्न बनाने की शपथ भी दिलाई।
रथ यात्रा का उद्देश्य
यह रथ सभी जिलों के गांव-गांव तक भ्रमण कर लोगों को शॉर्ट फिल्मों, संदेशों और ब्रोशर के माध्यम से महिलाओं के कानूनी प्रावधानों और उनके संवैधानिक अधिकारों के बारे में अवगत कराएगा। प्रथम चरण में रथ राज्य के नौ जिलों में जाएगा एवं इसकी शुरुआत दुर्ग जिले से होगी। इस अभियान के तहत महिलाओं को निःशुल्क कानूनी सहायता भी दी जाएगी। प्रत्येक महतारी न्याय रथ में दो वकील भी होंगे, जो महिलाओं की समस्याओं को सुनकर उन्हें जानकारी और सलाह देंगे।
कहां-कहां जाएगी यह रथ
मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ शुरूआत में खनिज न्यास निधि प्राप्त करने वाले नौ जिलों दुर्ग, रायपुर, राजनांदगांव, बलौदाबाजार-भाटापारा, महासमुंद, जांजगीर-चांपा, गरियाबंद, धमतरी, कांकेर में जाएगा। इसके बाद राज्य के अन्य जिलों में न्याय रथ यात्रा शुरू होगी।