बिलासपुर। उत्तराखंड हाईकोर्ट के जज को धमकी भरा पत्र भेजा गया है, जिसमें उनसे 50 करोड़ रुपए की फिरौती भी मांगी गई है। 48 घंटे के भीतर फिरौती की रकम नहीं देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है। इस खत का तार बिलासपुर से जुड़ा है। यही वजह है कि सोमवार को उत्तराखंड पुलिस की टीम इस केस की जांच करने पहुंची। इस दौरान टीम ने पोस्ट ऑफिस और सेंट्रल जेल जाकर पूछताछ की।
दरअसल, सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात डकैत पुष्पेंद्र नाथ इस तरह से पहले भी कई राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल को धमकी भरा पत्र लिख चुका है। ताजा मामला उत्तराखंड के नैनीताल जिले का है।
जानकारी के अनुसार करीब एक सप्ताह पहले उत्तराखंड हाईकोर्ट के महानिबंधक कार्यालय को एक चिट्ठी मिली थी, जिसमें एक जज को गाली देते हुए धमकी दी गई है। लेटर में जज से 50 करोड़ रुपए फिरौती देने कहा गया है। 48 घंटे के भीतर पैसे नहीं देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है। लेटर लिखने वाले का नाम आईजूनार लिखा हुआ है।
हाईकोर्ट जज को धमकी भरा पत्र पहुंचने के बाद उत्तराखंड पुलिस हरकत में आ गई है। हालांकि, वहां के पुलिस अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। हाईकोर्ट के महानिबंधक कार्यालय ने लेटर को थाने भेजकर केस दर्ज कर जांच करने के निर्देश दिए है। इसके बाद मल्लीपाल थाने में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
पश्चिम बंगाल, ओडिशा के CM और राज्यपाल को दे चुका है धमकी
केंद्रीय जेल में बंद कुख्यात डकैत पुष्पेंद्र नाथ चौहान इससे पहले भी पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री और ओडिशा के राज्यपाल सहित दूसरे राज्यों के आला अफसरों और नेताओं को इस तरह से धमकी भरे लेटर लिखकर फिरौती की मांग कर चुका है। उसके खिलाफ इस तरह के कई केस दर्ज है। ऐसे में माना जा रहा है कि उत्तराखंड हाईकोर्ट के जज को भी केंद्रीय जेल में बंद पुष्पेंद्र नाथ चौहान ही धमकी भरा पत्र भेजा होगा। हालांकि, अभी इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। उत्तराखंड पुलिस की टीम केंद्रीय जेल भी पहुंची थी। चूंकि, लेटर में उसका नाम नहीं है इसलिए पुलिस उसके हेंडराइटिंग की जांच करा रही है। इसी तरह टीम ने पोस्ट ऑफिस के अफसरों से भी पूछताछ कर यहां से भेजे गए स्पीड पोस्ट की जानकारी हासिल की है।