बिलासपुर। बिजली विभाग के रिटायर्ड लाइनमेन ने हत्या के मामले में जेल जा चुके आरोपित से मिलकर आपरेटर से लूट की योजना बना ली। विकलांग कर्मचारी ने रेकी कर साथियों को जानकारी दी। इसके बाद साथियों ने बिजली विभाग के कार्यालय में घुसकर चाकू दिखाकर आपरेटर से 13 लाख 33 हजार स्र्पये लूट लिए। आपरेटर की शिकायत पर पुलिस ने जांच के बाद नाबालिग समेत छह आरोपित को गिरफ्तार किया है। वहीं, एक आरोपित फरार है।
पुलिस ने लूट के 11 लाख 70 हजार स्र्पये जब्त कर आरोपित को न्यायालय में पेश किया है। दयालबंद स्थित बिजली विभाग के आफिस में आपरेटर से चाकू की नोक पर 13 लाख स्र्पये की लूट के मामले का पर्दाफाश मंगलवार की शाम एसपी पास्र्ल माथुर ने की। उन्होंने बताया कि सोमवार की शाम बिजली विभाग के आफिस में लूट के बाद कोतवाली पुलिस और एसीसीयू की टीम को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया। एएसपी राहुल देव समेत अधिकारी इसकी मानिटरिंग कर रहे थे।
प्राथमिक पूछताछ में एटीपी आपरेटर विरेंद्र सोनवानी ने बताया कि शाम सात बजे वह काम के बीच बाहर निकला था। इस दौरान विभाग का रिटायर्ड लाइनमेन पिंटू यादव(60) वहां पर मौजूद था। वह, अक्सर विभाग के कार्यालय में आता था। इसके बाद जवान उसकी तलाश में जुट गए। देर रात आरोपित को मधुबन मुक्तिधाम के पास हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ में वह जवानों को गुमराह कर रहा था। जवान उसे लेकर थाने आ गए। यहां कड़ाई से पूछताछ में उसने दयालबंद में रहने वाले विक्की उर्फ मनोहर सिंह के साथ मिलकर लूट की योजना बनाना बताया। इसके बाद पुलिस ने विक्की के साथ ही मंगल सिंह गोंड़, राजा गोंड़ निवासी दयालबंद मधुबन, शुभम बैस को पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपित विक्की को पुलिस ने हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था। सबूतों के आभाव में न्यायालय ने के आदेश पर उसे छोड़ दिया गया। वहीं, राजा गोंड़ के खिलाफ भी थाने में मामला दर्ज है। आरोपित की निशानदेही पर पुलिस ने 11 लाख 70 हजार स्र्पये जब्त किया है। मामले में एक आरोपित धर्मेंद्र यादव फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।
लूट के मामले का मास्टरमाइंड विभाग का कर्मचारी रहा है। उसका दयालबंद स्थित विभाग के कार्यालय में आना जाना था। कुछ साल पहले एक हादसे में उसका पैर कट गया। इसके बाद उसने रिटायरमेंट ले ली थी। विभाग में काम करने के कारण उसे एटीपी में आने वाले रकम की जानकारी थी। इसके साथ ही उसे पहले से पता था कि शाम के समय आपरेटर कार्यालय में अकेले रहता है। उसने इसकी जानकारी अपने साथियों को देकर लूट की योजना बनाई।
आरोपित पिंटू ने विभाग के आपरेटर से लूट की योजना 15 दिन पहले बनाई। इसके बाद वह कार्यालय में आकर रेकी कर रहा था। उसे पता था कि अंतिम दिन बिजली बिल के सबसे अधिक स्र्पये जमा होते हैं। इसके लिए उसने इसी दिन को चुना। इसके बाद वह कार्यालय के बाहर खड़े रहकर कर्मचारियों के जाने का इंतजार कर रहा था। विभाग के कर्मचारियों के जाते ही उसने अपने साथियों को इशारा कर दिया। मुंगेली नाका 36 माल के पास रहने वाले होटल व्यवसायी व पूर्व मंत्री मूलचंद खंडेलवाल के बड़े भाई दशरथ खंडेलवाल की 22 नवंबर 2013 को दिनदहाड़े अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी। इस वारदात में उनकी पत्नी विमला देवी पर भी जानलेवा हमला किया गया। इस मामले में सिविल लाइन पुलिस ने मार्च 2014 में विक्की उर्फ मनोहर सिंह को गिरफ्तार किया। सबूतों के आभाव में न्यायालय के आदेश पर उसे छोड़ दिया गया।