छत्तीसगढ़ की सड़कों पर नौजवान लड़कों की जो तस्वीरें सामने आई हैं उसने सभी को बुरी तरह से चौंकाया है। यहां एससीएसटी वर्ग के नौजवानो ने नंगे होकर प्रदर्शन किया। और जितना अनोखा ये प्रदर्शन था उससे भी कहीं ज्यादा उनकी मांग। ये प्रदर्शनकारी लड़के फर्जी जाति प्रमाण पत्र से नौकरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां 50 से अधिक युवाओं ने निर्वस्त्र होकर बीच सड़क पर दौड़ लगा दी। सभी के हाथ में तख्ती थी। जो भी वहां से गुजर रहा था वह हैरान हो रहा था। लोगों को समझ नहीं आ रहा था आखिर ये लोग नग्न होकर प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने 29 युवाओं को गिरफ्तार कर लिया।
जानें क्यों कर रहे थे युवा इस तरह से प्रदर्शन
दरअसल, ये युवा लंबे समय से फर्जी जाति प्रमाण पत्र से नौकरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। लेकिन इनकी मांग नहीं सुनी जा रही थी। जब सिर के ऊपर से पानी निकल गया तब इन्होंने अनोखा तरीका अपनाया। हालांकि इस तरीका का समर्थन नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने इन युवाओं पर कई तरह की धाराएं लगा दी हैं।
विधानसभा की ओर दौड़ने लगे सभी प्रदर्शनकारी
अधिकारियों के मुताबिक जैसे ही पुलिस इन सभी को दबोचने आई तब तक में इन्होंने विधानसभा की ओर दौड़ लगा दी। फिर क्या था पुलिस ने भी बलपूर्वक सबको रोकने की कोशिश की लेकिन प्रदर्शनकारी भी झड़प पर उतर गए।
पुलिस अधिकारी ने दी घटना की जानकारी
रायपुर के एडिशनल SP (ग्रामीण) नीरज चंद्राकर ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि हमें सूचना मिली थी कि कुछ छात्र नग्न होकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारी टीम मौके पर पहुंची और उनको रोकने का प्रयास किया। इन लोगों ने पुलिस के टीम के साथ झूमा-झटकी की और शासकीय काम में बाधा डाला। हमने 29 लोगों को गिरफ़्तार किया है और न्यायलय के सामने पेश किया जहां से इनको न्यायीक रिमांड पर भेजा गया है। हमने इनके ख़िलाफ़ IPC की धारा 146, 147, 353, 332, 294 के तहत मामला दर्ज़ किया है। इन लोगों यह नग्न वीडियो आगे भी भेजी थी जो IT एक्ट का उल्लंघन है। हमने IT एक्ट की धारा 65 A एवं B के तहत भी मामला दर्ज किया है।