बिलासपुर। कृष्ण कुमार मिश्रा नामक व्यक्ति ने थाना सिरगिटटी में शिकायत दर्ज कराई कि 13 अगस्त को उनके घर पर चार पुरुष और दो महिलाएं घुस गए थे। ये लोग खुद को सी.बी.आई. अधिकारी बताकर घर में छानबीन करने लगे और गले में पहचान पत्र लटकाए हुए थे। उन्होंने घर की महिलाओं को धमकी दी कि अगर वे हिलेंगी, तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा। इन लोगों ने एक पेटी की तलाश की, जो घर में रखी हुई थी और जिसमें नकदी और जमीन संबंधी कागजात थे। पेटी को लेकर वे अज्ञात स्थान पर भाग गए।
शिकायतकर्ता की रिपोर्ट पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर तीन टीमों का गठन किया गया और घटना स्थल पर जांच शुरू की गई। टेक्नीकल इनपुट और सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान की गई और गिरोह के दो महिला सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। उनके पास से 30 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई थी।
गिरफ्तारी और बरामदगी
आगे की जांच में पुलिस ने गिरोह के दो अन्य सदस्यों—टंकेश्वर राजपूत उर्फ टिंकु (उम्र 30 वर्ष) और हर्ष राजपूत उर्फ हर्षु (उम्र 20 वर्ष)—को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी बिलासपुर जिले के संजय नगर, चांटीडीह के निवासी हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने उनके पास से 7 लाख 82 हजार रुपये नगद बरामद किए हैं।
पुलिस अब इस गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है और फरार आरोपियों की संपत्ति को कुर्क करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही, स्थानीय पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर उन लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा रही है जो इन फरार आरोपियों को संरक्षण दे रहे हैं।
पुलिस की भूमिका
इस पूरे प्रकरण में थाना प्रभारी सिरगिट्टी निरीक्षक विजय चौधरी और ए.सी.सी.यू. बिलासपुर के स्टाफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी तत्परता और कुशलता की बदौलत ही इस गिरोह को दबोचने में सफलता मिल सकी है।
बिलासपुर पुलिस की इस कार्रवाई ने शहर में सुरक्षा व्यवस्था के प्रति लोगों के विश्वास को और मजबूत किया है। पुलिस की सक्रियता से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस गिरोह के एसडीएशयाय बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।