बिलासपुर। शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में सरकारी चावल, शक्कर, और नमक का हेरफेर करने वाले दो संचालकों को बिलासपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेज दिया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर की गई।
मामले का खुलासा
खाद्य निरीक्षक धीरेन्द्र कश्यप की रिपोर्ट पर यह मामला सामने आया, जिसमें आरोप लगाया गया कि सरकण्डा के वार्ड क्रमांक 62 शास्त्री नगर मुक्तिधाम चौक में स्थित शासकीय उचित मूल्य की दुकान “सुषमा उपभोक्ता भण्डार” के संचालक अजय कुमार मिश्रा ने दुकान में सरकारी वितरण प्रणाली के तहत भण्डारित 649.86 क्विंटल चावल, 22 क्विंटल शक्कर, और 7.62 क्विंटल रिफाइंड नमक का हेरफेर किया। इस हेरफेर की कुल कीमत लगभग 31.86 लाख रुपये आंकी गई है।
इसी प्रकार, वार्ड क्रमांक 65 संत नामदेव नगर सरकण्डा में स्थित “बजरंग प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भण्डार” के संचालक कैलाशनाथ मिश्रा पर भी 268.74 क्विंटल चावल, 3.16 क्विंटल शक्कर, और 3.94 क्विंटल रिफाइंड नमक का हेरफेर करने का आरोप है, जिसकी कीमत लगभग 10.20 लाख रुपये है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों, अजय कुमार मिश्रा और केदारनाथ मिश्रा को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर सरकंडा थाना प्रभारी निरीक्षक तोपसिंह नवरंग के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर भेज दिया गया है। मामले की विवेचना जारी है और पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि इस घोटाले में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।
शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में राशन सामाग्री का हेरफेर एक गंभीर अपराध है, जिससे न केवल सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग होता है बल्कि आम जनता को भी इसका नुकसान उठाना पड़ता है। बिलासपुर पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है और यह सुनिश्चित करती है कि ऐसे अपराधियों को जल्द से जल्द कानून के कटघरे में लाया जाए।