स्वास्थ्य

बिलासपुर। सिम्स और जिला अस्पताल में जल्द मिलेगी पैथोलॉजी रिपोर्ट व्हाट्सएप पर: डिजिटल हेल्थ की ओर एक कदम…

Bilaspur. Pathology reports will soon be available on WhatsApp in SIMS and District Hospital: A step towards digital health...

बिलासपुर, 8 सितंबर: सिम्स और जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं में एक बड़ी सुविधा जुड़ने जा रही है। अब मरीजों को पैथोलॉजी जांच रिपोर्ट के लिए अस्पताल में बार-बार चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि बहुत जल्द उनकी जांच रिपोर्ट व्हाट्सएप के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी। कलेक्टर अवनीश शरण द्वारा किए गए निरीक्षण के बाद यह निर्देश दिए गए हैं।

डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं की शुरुआत
पहले यह सुविधा जिला अस्पताल में शुरू की जाएगी, उसके कुछ दिनों बाद सिम्स अस्पताल में भी लागू होगी। कलेक्टर के साथ इस निरीक्षण में निगम आयुक्त अमितकुमार, अधीक्षक डॉ. एसके नायक और सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता मौजूद थे। यह निर्णय स्वास्थ्य सेवाओं को और भी सुलभ और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। इससे मरीजों और उनके परिजनों को राहत मिलेगी, जो जांच रिपोर्ट के लिए लंबी प्रतीक्षा और अस्पताल के चक्कर काटने से परेशान रहते थे।

अस्पतालों का निरीक्षण और सुधार के निर्देश
कलेक्टर अवनीश शरण ने सिम्स और जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के कई निर्देश भी दिए। सिम्स अस्पताल में चल रहे निर्माण कार्यों और अन्य सुविधाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं को बेहतर किया जाए। मरीजों के सुविधा के लिए अस्पताल में छह लिफ्टों में से पांच चालू हालत में हैं, जबकि एक लिफ्ट को दो दिनों के भीतर ठीक करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा, दो और लिफ्टों के निर्माण का कार्य भी एक महीने के भीतर पूरा करने के आदेश दिए गए।

अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा
कलेक्टर ने अस्पताल के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण कर मरीजों से मुलाकात की और उनसे भोजन, दवाई और इलाज की गुणवत्ता के बारे में जानकारी ली। उन्होंने लेबर वार्ड, आपातकालीन वार्ड, गार्डन, किचन शेड और पार्किंग जैसी सुविधाओं की भी जांच की। इसके साथ ही अस्पताल में ड्रेनेज व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए।

जिला अस्पताल में नई सुविधाएं
सिम्स अस्पताल के निरीक्षण के बाद, कलेक्टर ने जिला अस्पताल का दौरा किया और वहां भी सुधार के कई निर्देश दिए। उन्होंने ‘हमर लैब’ और बर्न यूनिट को जल्द से जल्द शुरू करने का आदेश दिया। आपातकालीन वार्ड में मरीजों की सुविधा के लिए एक एसी की भी स्वीकृति दी गई। इसके अलावा, देवरी खुर्द के एक बच्चे, जिसे आवारा कुत्ते ने काटा था, का उपचार का भी जायजा लिया और उसके माता-पिता को इलाज पूरा कराने के बाद ही छुट्टी लेने की सलाह दी।

पैथोलॉजी में जांच सुविधाएं
सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता ने बताया कि जिला अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग में 96 प्रकार की जांचें उपलब्ध हैं और हर रोज करीब 150 मरीजों की 500 प्रकार की जांच की जाती है। जिला अस्पताल की ओपीडी में रोजाना लगभग 300 मरीज इलाज के लिए आते हैं।

बिलासपुर के सिम्स और जिला अस्पताल में व्हाट्सएप के माध्यम से पैथोलॉजी रिपोर्ट भेजने की सुविधा न केवल मरीजों को समय और श्रम की बचत करेगी, बल्कि अस्पताल प्रबंधन के लिए भी इसे एक कुशल और संगठित प्रक्रिया बनाएगी। यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं में डिजिटल सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो भविष्य में और भी कई क्षेत्रों में विस्तार पा सकती है।

इस प्रकार की योजनाएं मरीजों की सुविधा के लिए बेहद लाभकारी हैं और आने वाले समय में इस मॉडल को अन्य अस्पतालों में भी लागू किया जा सकता है।

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