बिलासपुर: ऑनलाइन शॉपिंग का चलन बढ़ने के साथ ही ठगी और धोखाधड़ी के नए मामले भी सामने आ रहे हैं। हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें ई-कॉमर्स दिग्गज अमेज़न की रिटर्न और रिफंड नीति पर गंभीर सवाल उठे हैं। बिलासपुर के श्रीराम पार्क कॉलोनी, तिफरा निवासी पत्रकार अखलाख खान के साथ हुई यह घटना अमेज़न की ग्राहकों के प्रति उदासीनता को उजागर करती है।
कैसे हुआ ठगी का शिकार?
पत्रकार अखलाख खान ने अमेज़न से जूते और चप्पल रखने के लिए एक स्टोरेज रैक ऑर्डर किया था। जब डिलीवरी हुई तो उत्पाद उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। उन्होंने अमेज़न की रिटर्न पॉलिसी के तहत रिटर्न रिक्वेस्ट दर्ज की। कुछ दिनों बाद अमेज़न की ओर से एक एजेंट आया, लेकिन हैरानी की बात यह थी कि एजेंट रिटर्न के लिए आया ही नहीं, बल्कि एक नया समान उत्पाद देने के बहाने पुराना आइटम वापस ले गया।
समस्या तब बढ़ी जब 10 दिन बीत जाने के बावजूद रिफंड नहीं मिला। जब अखलाख खान ने अमेज़न के कस्टमर केयर से संपर्क किया, तो प्रतिनिधि ने कोई भी सहायता देने से इंकार कर दिया।
कैसे हो रही है ठगी?
यह मामला अकेला नहीं है। अमेज़न की रिटर्न और रिफंड नीति का कई ग्राहकों के साथ गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है। यह पूरी प्रक्रिया कुछ इस तरह चलती है:
- ग्राहक द्वारा ऑर्डर किया गया सामान उम्मीद के मुताबिक नहीं निकलता और वह रिटर्न रिक्वेस्ट डालता है।
- अमेज़न का एजेंट आता है, लेकिन वह उत्पाद वापस लेने के बजाय एक ही तरह का कोई और आइटम देकर चला जाता है।
- ग्राहक को लगता है कि उसने सामान सही तरीके से रिटर्न कर दिया, लेकिन बाद में रिफंड नहीं मिलता।
- जब ग्राहक कस्टमर केयर से संपर्क करता है, तो उसे किसी भी तरह की सहायता देने से मना कर दिया जाता है।
ग्राहकों के लिए चेतावनी
अगर आप भी अमेज़न या किसी अन्य ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से खरीदारी कर रहे हैं, तो रिटर्न प्रक्रिया को सावधानीपूर्वक पूरा करें। कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान रखें:
✅ रिटर्न प्रक्रिया के दौरान वीडियो रिकॉर्डिंग करें, जिससे आपके पास सबूत रहे।
✅ रिटर्न किए गए उत्पाद की रसीद या प्रूफ मांगें, जिससे अमेज़न बाद में रिफंड से इनकार न कर सके।
✅ अगर रिफंड न मिले, तो ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के खिलाफ उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज करें।
✅ अमेज़न के कस्टमर केयर से लिखित में जवाब मांगें ताकि बाद में कोई प्रमाण हो।
ई-कॉमर्स कंपनियों की जवाबदेही जरूरी
यह मामला ई-कॉमर्स कंपनियों की गैर-जिम्मेदारी को उजागर करता है। अमेज़न जैसी बड़ी कंपनियों को ग्राहक सेवा में सुधार लाने की जरूरत है, ताकि लोग ठगी का शिकार न हों। उपभोक्ता मंत्रालय को भी ऐसी शिकायतों को गंभीरता से लेना चाहिए और कंपनियों को जवाबदेह बनाना चाहिए।
अगर इस तरह की घटनाएं जारी रहीं, तो ऑनलाइन शॉपिंग का भरोसा कमजोर पड़ सकता है। जरूरी है कि ग्राहक सजग रहें, सबूत रखें और अपने अधिकारों के लिए लड़ें।