रायपुर। छत्तीसगढ़ में आबकारी विभाग को लेकर एक बड़ा प्रशासनिक कदम उठाया गया है। विभाग में जारी सख्ती और सुधार की दिशा में सरकार ने 22 आबकारी अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इसमें आबकारी उपायुक्त, सहायक आबकारी आयुक्त और उड़नदस्ता शाखा के अधिकारी शामिल हैं। इस निर्णय से प्रदेशभर के आबकारी अमले में हड़कंप मच गया है।
सरकार ने निलंबित अधिकारियों के स्थान पर तुरंत प्रभाव से नए अधिकारियों की नियुक्ति करते हुए 39 अधिकारियों का तबादला और पदस्थापन आदेश भी जारी कर दिया है। इस फेरबदल का मुख्य उद्देश्य विभाग की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाना और शराब से जुड़े भ्रष्टाचार मामलों पर लगाम लगाना बताया जा रहा है।
नई जिम्मेदारियों में प्रमुख नियुक्तियां:
- रायपुर जिले के आबकारी उपायुक्त पद पर शशांक तिवारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें एक दक्ष और अनुशासित अधिकारी माना जाता है, जिनसे राजधानी में सुधार की उम्मीद की जा रही है।
- वहीं बिलासपुर जिले में सोनल यादव को आबकारी उपायुक्त नियुक्त किया गया है। सोनल यादव को विभागीय कार्य में अनुभवशील माना जाता है।
इसके अलावा कई जिलों और जोन में नई नियुक्तियों से यह संकेत साफ है कि सरकार आबकारी विभाग में नए सिरे से सुधार और जवाबदेही सुनिश्चित करना चाहती है।
पृष्ठभूमि: शराब घोटाले की जांच के बाद उठे कदम
सूत्रों के अनुसार हाल ही में सामने आए शराब घोटाले और विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायतों के आधार पर यह बड़ी कार्रवाई की गई है। इससे पहले भी 29 अधिकारियों के नाम जांच में सामने आए थे, जिनमें से 7 अधिकारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जबकि शेष 22 को अब निलंबित कर दिया गया है।
देखिए लिस्ट…