कांकेर, छत्तीसगढ़ – जिले के नेशनल हाईवे 30 पर बीती रात एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया, जिसमें चार युवकों की जिंदा जलकर मौत हो गई, जबकि दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। हादसा रात लगभग 1 बजे कांकेर से पहले आतुर गांव पुल के पास हुआ, जहां पुल निर्माण के चलते सड़क को डायवर्ट किया गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, छह युवक स्विफ्ट डिजायर कार में सवार होकर मूरवैंड से कांकेर की ओर जा रहे थे। जैसे ही उनकी गाड़ी आतुर गांव के समीप पहुंची, वहां पुल के निर्माण कार्य के चलते अस्थायी डायवर्जन बना हुआ था। बताया जा रहा है कि कार की रफ्तार बहुत तेज थी, जिस कारण चालक कार पर नियंत्रण नहीं रख सका और पुल की रेलिंग से सीधे टकरा गया।
भयानक टक्कर के बाद कार में अचानक आग लग गई। दो युवक किसी तरह झुलसी हालत में कार से बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन बाकी चार युवक अंदर ही फंस गए और उन्हें बाहर नहीं निकाला जा सका। कार पूरी तरह से आग की लपटों में घिर गई, जिससे अंदर फंसे युवकों की मौके पर ही जलकर मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही कांकेर पुलिस और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची। आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पुलिस ने जलती कार से शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।
पुलिस द्वारा मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। वहीं, हादसे में घायल दो युवकों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
एसडीओपी मोहसिन खान ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि चार युवकों की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि दो युवक घायल हैं। पुलिस और फॉरेंसिक टीम घटना स्थल की जांच कर रही है। घायल युवकों से पूछताछ के बाद दुर्घटना के कारणों और अन्य पहलुओं को लेकर और जानकारी सामने आ सकती है।
यह हादसा एक बार फिर सवाल खड़े करता है कि पुल निर्माण और डायवर्जन क्षेत्रों में पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं किए गए? चेतावनी संकेतक, स्पीड ब्रेकर और रिफ्लेक्टिव बोर्ड जैसी बुनियादी सुरक्षा व्यवस्थाएं न होने के कारण इस प्रकार की दुर्घटनाएं बार-बार हो रही हैं।
स्थानीय लोगों और मृतकों के परिजनों ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है और प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
यह हादसा एक कड़ी चेतावनी है कि निर्माण कार्यों के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी कितनी बड़ी जानलेवा साबित हो सकती है।