बिलासपुर।
स्वच्छता को लेकर बिलासपुर नगर निगम ने कड़ा रुख अपना लिया है। शहर में साफ-सफाई को लेकर चल रही ‘स्वच्छता पेट्रोल’ की मुहिम अब असर दिखाने लगी है। सड़क पर कचरा फेंकने, निर्माण मलबा डंप करने और सार्वजनिक स्थानों को गंदा करने वालों के खिलाफ निगम ने बीते 4 दिनों में सघन अभियान चलाते हुए 68,500 रुपये का जुर्माना वसूल किया है। इतना ही नहीं, गलती करने वाले दुकानदारों को मौके पर ही झाड़ू लगवाकर सफाई भी करवाई गई, ताकि उन्हें अपनी गलती का एहसास हो और वे आगे ऐसा न करें।
अभियान के दौरान स्वच्छता पेट्रोल टीम ने खासतौर पर उन दुकानों पर नजर रखी जो अपने आसपास कचरा फैलाकर गंदगी फैला रहे थे। कई दुकानदारों द्वारा सड़क किनारे खाद्य सामग्री के अवशेष, प्लास्टिक, गीला कचरा और कूड़ा फेंका जा रहा था। साथ ही, कुछ दुकानों के बाहर निर्माण सामग्री और मलबा भी डंप मिला, जिससे ट्रैफिक और पैदल राहगीरों को परेशानी हो रही थी।
नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार के निर्देश पर सभी जोन कमिश्नरों और स्वच्छता पेट्रोल टीमों को निर्देशित किया गया है कि स्वच्छता में लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त और निरंतर कार्रवाई हो। निगम का मानना है कि कचरा सड़क पर फेंकने और मलबा डंप करने की वजह से साफ-सफाई के साथ-साथ यातायात और सुरक्षा भी प्रभावित होती है।
इसके अलावा, नालियों में खाद्य अपशिष्ट डालने से नाली जाम होने की समस्या गंभीर रूप से सामने आ रही है, जिससे जलजमाव और मच्छरजनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
कार्रवाई के दौरान दोषियों को चेतावनी दी गई है कि अगली बार गलती दोहराने पर अधिक जुर्माना लगाया जाएगा। सभी जोन में निगरानी बढ़ा दी गई है और स्वच्छता पेट्रोल की टीम अब नियमित गश्त कर रही है।
नगर निगम ने शहरवासियों से अपील की है कि वे अपनी जिम्मेदारी समझें और निर्माण सामग्री सड़क पर न रखें, कचरा इधर-उधर फेंकने की बजाय उसे कचरा संग्रहण गाड़ियों को सौंपें। साथ ही दुकानदारों से भी आग्रह किया गया है कि वे अपनी दुकानों के आसपास साफ-सफाई रखें और नगर निगम के निर्देशों का पालन करें।
आगे भी जारी रहेगा अभियान
स्वच्छता अभियान अब रुकने वाला नहीं है। नगर निगम ने साफ किया है कि ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी और जो भी सार्वजनिक स्थानों को गंदा करेगा, उस पर सख्त जुर्माना लगाया जाएगा।
स्वच्छता में भागीदारी सभी की जिम्मेदारी है। इसलिए अगर आप भी शहर को स्वच्छ और सुंदर देखना चाहते हैं, तो शुरुआत खुद से करें। कचरा कूड़ेदान में डालें और निर्माण सामग्री को उचित स्थान पर रखें।