बिलासपुर। कलेक्टर पी दयानंद के द्वारा आज विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी दिव्यांग छात्र-छात्राओं को पुरस्कार वितरित किया गया। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यिमिक विद्यालय सरकंडा में दिव्यांग बच्चों के लिये आयोजित दो दिवसीय खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता के समापन अवसर पर कलेक्टर दयानंद ने कहा कि दिव्यांग बच्चे असाधारण प्रतिभा के धनी होते हैं और विकलांग वे होते हैं जिनका नैतिक और चारित्रिक पतन हो चुका है। उन्होंने कहा कि जीवन में जो जितना संघर्ष करता है वो उतना ही मजबूत बनता है चाहे राजनीति,खेल या सिविल सेवा का क्षेत्र हो प्रत्येक जगह दिव्यांगों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। महान भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग का उदाहरण देते हुये उन्होंने बताया कि वे भी दिव्यांग हैं लेकिन भौतिकी के बड़े-बड़े रहस्यों को उन्होंने सुलझाया है। इसलिये आप लोगों को भी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है बस दृढ़ इच्छाशक्ति रखिये, आप वो सब कुछ पा सकते हैं जो आप चाहते हैं।
इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि दिव्यांग बच्चों के लिये पांच सौ सीटर आवासीय विद्यालय खोलने का विचार किया जा रहा है। जल्द ही शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा जायेगा। कार्यक्रम के शुभारंभ पर दिव्यांग भाई-बहन पृथ्वीराज सूर्यवंशी-पूजा सूर्यवंशी ने गीत सुख के सब साथी दुख में न कोय गाकर सभी को भाव-विभोर कर दिया। कलेक्टर दयानंद ने दोनों भाई-बहन की काफी प्रशंसा की। दिव्यांग छात्र भोजराज ने देशभक्ति गीत पर डांस किया जिसे काफी सराहा गया। इस अवसर पर खेलकूद,सामान्य ज्ञान एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में विजयी छात्र-छात्राओं को कलेक्टर ने पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में परियोजना समन्वयक ओम पांडेय , प्राचार्य श्रीमती बनर्जी एवं अभिभावकगण उपस्थित रहे।