बिलासपुर। अव्यवस्था के बीच मीना बाजार की तर्ज पर उद्योग मेला का संचालन, जहाँ लोगो के स्वस्थ के साथ खिलवाल किया जा रहा है धूल के गुबार और बेतरतीब दुकानों ने व्यापारियों और आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन एवं मेला प्रबंधक की लापरवाही साफ देखने को मिल रही है।
मालूम हो कि शहर के व्यापार विहार स्थित राष्ट्रीय उद्योग एवं व्यापार मेले का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा किया गया है। 5 दिवसीय चलने वाले व्यपार मेले में भारी अव्यवस्था का आलम देखा जा रहा है जहाँ मेले देखने वाले लोगो को धूल के गुबार के कारण जगह जगह सांस लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है आलम यह है कि लोगो को अपनी नाक में हाथ, रुमाल एवं कपड़े आदि से नाक बन्द कर मजबूरन चलना पड़ रहा है यही नही नन्हे नन्हे बच्चों की सेहत खराब होने की पूरी संभावना बनी हुई है। जबकि मेले में संचालित इंस्टॉलों में ही धूल झेलते साफ देखा जा सकता है खाने पीने के इंस्टॉलों के पास सफाई कर्मचारी झाड़ू तो लगा रहे लेकिन व्यंजनों का लुत्फ उठाती जनता को उड़ती हुई धूल भी खानी पड़ रही है।
एक तरफ व्यापार मेले से देश में ख्याति मिलने का प्रचार किया जा रहा है तो दूसरी तरफ स्वच्छता अभियान की खिल्ली उड़ा कर बदनाम करने की कोशिश हो रही है। व्यापार मेला परीक्षेत्र में बहुत से स्थानों में बाहरी व्यापारियों को बीच रास्ते व्यवसाय करने के लिए अनुमति दी गई परन्तू उन्हें आईडी कार्ड उपलब्ध नही कराया गया और न ही उनके व्यापारिक स्थान को क्रमानुसार दर्शाया गया है जिससे प्रबंधक द्वारा अवैध उगाही के संकेत मिल रहा है। मेले में प्रवेश के लिए 3 दिशाओं से प्रवेश द्वार बनाया गया है जिसके नजदीक ही वाहनों को खड़े करने के लिए सायकल स्टैंड की भी व्यवस्था की गई है जहाँ से स्टैंड संचालको द्वारा वाहन के एवज में निर्धारित मूल्य से अधिक राशि की वसूली भी की जा रही है जिसका कोई हिसाब किताब नही है।