सिविल लाइन थाने में हुई शिकायत के अनुसार मंगला निवासी फोटो बाई पति स्व. लतेल यादव महर्षि स्कूल के पास अपनी जमीन पर मकान बनवा रही हैं। मकान का निर्माण डोर लेंटर तक हो चुका था। मंगलवार सुबह करीब 10 बजे एसपी कार्यालय में पदस्थ रोशन पटेल अपने बड़े भाई, पिता सियाराम पटेल और 10-12 अन्य लोगों को लेकर मौके पर पहुंचा। उस समय फोटोबाई, उनकी पोती रूपा, पोता रवि यादव वहां पर थे। उनसे कोई बात किए बगैर आरक्षक रोशन पटेल ने अपने लठैतों से निर्माणाधीन मकान को तोड़वाना शुरू कर दिया। जब मकान मालकिन और उसे पोते-पोती ने ऐसा करने से मना किया तो रोशन पटेल ने गंदी-गंदी गालियां देते हुए पुलिस विभाग में होने का धौंस दिखाया और कहा कि वह उन लोगों को जान से मरवा देंगे। जेल भेजवा देंगे। वह एसपी आफिस में कार्यरत है। इसलिए बड़े-बड़े अधिकारियों से उनकी जान-पहचान है। इसलिए उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। उसने धमकाते हुए यह भी कहा कि जहां शिकायत करनी है, कर लो, उसका कुछ नहीं होने वाला। इतना सुनकर फोटो बाई और उसके पोते-पोती सहम गए। वे लोग उनसे दूर हो गए।
पोते ने बनाया वीडियो
मना करने के बाद भी जब रोशन पटेल नहीं माना और गालियां देने लगा तो उससे दूर जाकर फोटो बाई के पोते रवि यादव ने अपने मोबाइल से वीडियो बनाया, जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि आरक्षक रोशन पटेल नीले कलर की जींस और काले कलर की शर्ट पहना हुआ है। वह अपने लठैतों को इशारे में निर्माणाधीन मकान को तोड़ने के लिए कह रहा है। वीडियो में उसके इशारे पर लठैत फावड़ा, हाथों और ईंट से दीवार तो तोड़ते दिखाई दे रहे हैं। सिविल लाइन थाने में शिकायत करते हुए मकान मालकिन फोटोबाई ने यह वीडियो भी पुलिस को दिखाया।
जिला कोर्ट में लंबित है जमीन विवाद का मामला
स्व. लतेल यादव के निधन के बाद महर्षि स्कूल के पास स्थित जमीन फोटो बाई के नाम पर चढ़ गई। सिविल लाइन थाने में की गई शिकायत के अनुसार स्व. लतेल यादव की पुत्री रंभा बाई ने कोर्ट से जमीन बंटवारे का केस जीता था। उस समय महर्षि स्कूल के पास कुल 29 डिसमिल जमीन थी। कोर्ट के आदेश पर तहसील न्यायालय ने रंभाबाई के नाम पर महर्षि स्कूल स्थित 29 डिसमिल जमीन में से 14 डिसमिल चढ़ा दिया। रंभा बाई ने बिना सीमांकन कराए 7 डिसमिल जमीन एसपी कार्यालय में पदस्थ आरक्षक रोशन पटेल और सात डिसमिल जमीन दो अन्य को बेच दी। जब फोटो बाई ने अपनी शेष 15 डिसमिल जमीन के एक टुकड़े में मकान बनाना शुरू किया तो रोशन पटेल उस जमीन पर अपना दावा ठोंक रहा है। रोशन पटेल ने एसपी कार्यालय में मामले की शिकायत की, जिसमें उस जमीन पर निर्माण रुकवाने की मांग की गई थी। जांच में उसकी शिकायत फर्जी निकली। इसके बाद रोशन पटेल उस जमीन पर अपना दावा ठोंकते हुए निर्माण रुकवाने जिला कोर्ट में स्टे के लिए आवेदन दिया। सुनवाई के बाद जिला कोर्ट ने उसके आवेदन को खारिज कर दिया। उस जमीन पर मालिकाना हक को लेकर मामला अभी जिला कोर्ट में लंबित है।
सिविल लाइन टीआई ने कहा- रोशन पटेल एसपी आफिस में नहीं है पदस्थ
मीडिया में खबर आने के बाद सिविल लाइन टीआई कलीम खान ने बताया कि रोशन पटेल एसपी आफिस में नहीं, बल्कि मस्तूरी थाने में पदस्थ है। एसपी के निर्देश पर मैंने मस्तूरी टीआई से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि रोशन पटेल थाने में है। रोशन पटेल से भी जानकारी ली गई तो उसने बताया कि वह निर्माणाधीन मकान के पास नहीं गया था। टीआई कलीम खान का कहना है कि वीडियो में कहीं भी जान से मारने की धमकी की आवाज नहीं आ रही है। अब सवाल यह उठता है कि डरे सहमे दूर से वीडियो बनाया गया तो उसमें आवाज कैसे आएगी। सवाल यह भी उठता है कि जिनके बीच जमीन का विवाद सालों से चला आ रहा है, वह उसे कैसे नहीं पहचानेगा।
https://youtu.be/vGp_RCvW8VQ