बिलासपुर। रेलवे स्टेशन पर एक अनोखी घटना हुई जब एक युवक स्पाइडरमैन का कास्ट्यूम पहनकर स्टेशन पर दिखाई दिया। इस दृश्य ने यात्रियों का ध्यान आकर्षित किया, विशेष रूप से बच्चों को, जिन्होंने इसे बड़े उत्साह के साथ देखा। यह दृश्य किसी फिल्म का हिस्सा नहीं था, बल्कि सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि पाने के प्रयास का नतीजा था। युवक यूट्यूबर था, जिसका उद्देश्य अपने चैनल की टीआरपी बढ़ाना और आकर्षक कंटेंट बनाना था, लेकिन उसका यह साहसिक कदम उसे परेशानी में डाल गया।
यह युवक स्पाइडरमैन की पोशाक पहनकर स्टेशन की रेलिंग पर बैठा हुआ दिखा, मानो वह खुद सुपरहीरो हो। बच्चों में खुशी की लहर दौड़ गई और कई यात्रियों ने उसे हैरानी से देखा। यह सब कुछ ठीक चल रहा था, जब तक कि आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) के जवानों की नजर उस पर नहीं पड़ी। आरपीएफ ने इसे सुरक्षा नियमों का उल्लंघन मानते हुए तुरंत कार्रवाई की और उसे पकड़कर पोस्ट ले गए।
युवक ने खुलासा किया कि वह एक यूट्यूब चैनल चलाता है, जिसका नाम ‘स्पाइडरमैन’ से प्रेरित है। उसकी योजना थी कि वह स्टेशन पर स्पाइडरमैन के वेश में वीडियो बनाए और उसे अपने चैनल पर अपलोड करे, ताकि चैनल की लोकप्रियता बढ़े। हालांकि, उसे इस बात का एहसास नहीं था कि स्टेशन जैसे स्थानों पर वीडियो बनाना प्रतिबंधित है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा और निजता के मद्देनजर स्टेशनों पर वीडियो शूटिंग पर सख्त पाबंदी लगाई हुई है।
युवक को आरपीएफ पोस्ट में लाकर उससे पूछताछ की गई। पहले तो उसने कुछ भी बताने से मना किया, लेकिन जब आरपीएफ के जवानों ने सख्ती दिखाई, तब उसने पूरी सच्चाई बयां कर दी। उसने यह भी स्वीकार किया कि उसका उद्देश्य किसी को परेशान करना या नुकसान पहुंचाना नहीं था। इसके बाद उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि आज के युवाओं में सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि पाने का जुनून कितना बढ़ चुका है। कई बार इस जुनून में लोग यह भूल जाते हैं कि सार्वजनिक स्थानों पर ऐसे कृत्य करने से न केवल नियमों का उल्लंघन होता है, बल्कि सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है।