बिलासपुर जिले में चाकूबाजी की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। पुलिस की कड़ी निगरानी और प्रयासों के बावजूद अपराधियों की गतिविधियों पर पूरी तरह से लगाम नहीं लग पा रही है। एक और चाकूबाजी की घटना ने शहरवासियों के बीच दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
शनिवार की रात, बिलासपुर के चकरभाठा क्षेत्र के निवासी योगेश पंजवानी, जो अपने व्यापार विहार स्थित ट्रेडिंग कंपनी के मालिक हैं, पर बाइक सवार अज्ञात युवकों ने हमला किया। योगेश अपनी दुकान बंद कर रात करीब 8:30 बजे कुंदन पैलेस की ओर जा रहे थे, जब तीन बाइक सवार युवकों ने उनका रास्ता रोका और लूट का प्रयास किया।
अपराधियों के लूट के प्रयास में सफल न होने पर, उन्होंने योगेश पर चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में योगेश के पेट और पीठ पर गंभीर चोटें आईं। घटना के बाद स्थानीय लोगों के इकट्ठा होते ही हमलावर मौके से फरार हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई। जिले के एसपी और सिविल लाइन पुलिस ने सिम्स हॉस्पिटल पहुंचकर घायल योगेश पंजवानी का हालचाल जाना। योगेश की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें बेहतर उपचार के लिए अपोलो हॉस्पिटल में रेफर किया गया है। पुलिस ने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं और शहर में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है।
आम जनता में भय का माहौल:
यह घटना बिलासपुर के नागरिकों के लिए चिंता का विषय बन गई है। पिछले कुछ समय से जिले में चाकूबाजी और लूटपाट की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है, जिससे लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
पुलिस की चुनौती:
पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपराधियों को पकड़कर इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाना है। इस घटना ने पुलिस की सतर्कता पर सवाल खड़े किए हैं और साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि अपराधी अब खुलेआम लूट और हमले की घटनाओं को अंजाम देने से नहीं हिचकिचाते।
बिलासपुर की इस चाकूबाजी घटना ने न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि समाज में सुरक्षा को लेकर एक गंभीर बहस को भी जन्म दिया है। पुलिस अब पूरी कोशिश कर रही है कि जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ा जाए और शहर में शांति व्यवस्था बहाल की जा सके।