बिलासपुर, छत्तीसगढ़ – अपराध मुक्त और नशामुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) रजनेश सिंह ने एक बहुउद्देशीय अभियान “चेतना” का शुभारंभ किया। यह अभियान सामुदायिक पुलिसिंग के सिद्धांतों पर आधारित है और इसका मुख्य उद्देश्य समाज को विभिन्न अपराधों और दुर्व्यसनों से मुक्त करना है। इस अभियान के तहत, एसपी रजनेश सिंह ने नशे के खिलाफ लड़ाई को एक नई दिशा दी है।
चेतना का चौथा चरण: नशे के खिलाफ अभियान
27 अक्टूबर 2024 को बिलासपुर के हैप्पी स्ट्रीट में “चेतना” अभियान का चौथा चरण आयोजित किया गया, जिसमें नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का विशेष आकर्षण 5,000 दीपों से “CHETANA AGAINST DRUGS” का निर्माण था, जो दीपावली से पूर्व एक प्रतीकात्मक दीप प्रज्वलन था। इस चेतना दीप के माध्यम से न केवल नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने का प्रयास किया गया, बल्कि यह उन व्यक्तियों के लिए भी एक उम्मीद की किरण है, जो नशे की दलदल में फंसे हुए हैं और इससे जुड़े अपराधों में लिप्त हो चुके हैं।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहरवासियों, विभिन्न संगठनों, एनजीओ, स्कूलों और कॉलेजों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। एसपी रजनेश सिंह ने अपने संबोधन में इस दीप प्रज्वलन को नशे के अंधकार में डूबे व्यक्तियों को उजाले की ओर लाने का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह दीप उन लोगों के लिए भी है, जो नशे के कारण अपने परिवार और समाज से दूर हो गए हैं। इस चेतना दीप के माध्यम से उन्हें अपने जीवन में पुनः सकारात्मकता लाने का अवसर मिलेगा।
सामुदायिक सहभागिता और पुलिस की भूमिका
इस अभियान की सफलता में सामुदायिक सहभागिता और पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम में एडिशनल एसपी यातायात नीरज कुमार चंद्राकर, एडिशनल एसपी उमेश कश्यप, इंस्पेक्टर अनुज कुमार और अर्चना झा सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे। साथ ही, कार्यक्रम का संचालन सब-इंस्पेक्टर उमाशंकर पांडे ने किया, जिनकी कुशलता ने इस आयोजन को और प्रभावी बना दिया।
कार्यक्रम में जीवधरणी फाउंडेशन के विकास वर्मा और आर्यन फिल्म्स के डायरेक्टर रामानंद तिवारी की विशेष भूमिका रही। उनके सहयोग से यह अभियान और अधिक प्रभावशाली बना और समाज के विभिन्न तबकों को जोड़ने में सफल हुआ।
नशे से मुक्ति की दिशा में महत्वपूर्ण पहल
“चेतना” अभियान न केवल अपराधों को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह समाज को नशे के घातक प्रभावों से बचाने का भी प्रयास है। नशे के कारण अपराधों में वृद्धि एक गंभीर समस्या है, और इसे जड़ से समाप्त करने के लिए इस तरह के जागरूकता अभियान समय की मांग हैं। एसपी रजनेश सिंह के नेतृत्व में बिलासपुर पुलिस ने इस दिशा में एक नई उम्मीद जगाई है।
एसपी सिंह का यह प्रयास नशे के अंधकार में खो चुके लोगों के लिए एक नई शुरुआत का संकेत है। उन्होंने नशे को तिलांजलि देकर समाज की मुख्यधारा में लौटने का संदेश दिया है। यह दीप प्रज्वलन समाज को नशे के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने और एक स्वस्थ और अपराधमुक्त समाज की स्थापना की दिशा में प्रेरित करने का प्रतीक बन गया है।
नशे के खिलाफ लड़ाई में “चेतना” अभियान एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है। यह अभियान न केवल नशे की समस्या को उजागर कर रहा है, बल्कि समाज को इससे मुक्ति दिलाने के लिए आवश्यक कदम भी उठा रहा है। पुलिस और समाज के संयुक्त प्रयासों से यह अभियान निश्चित रूप से सफल होगा और बिलासपुर एक नशामुक्त और अपराधमुक्त शहर बनने की दिशा में आगे बढ़ेगा।
एसपी रजनेश सिंह का यह प्रयास आने वाले समय में अन्य शहरों के लिए भी एक आदर्श बनेगा, जहां नशे और अपराध से लड़ने के लिए सामुदायिक पुलिसिंग और जागरूकता अभियान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।