बिलासपुर। हत्या के एक जघन्य मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार कर न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है। पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर सायबर सेल और तारबाहर पुलिस ने मृतक हरिओम के हत्या मामले में छह आरोपियों को हिरासत में लिया है। यह गिरफ्तारी एफआईआर दर्ज होने के तुरंत बाद की गई, जो पुलिस की त्वरित कार्रवाई और प्रभावी जांच प्रक्रिया को दर्शाती है।
24 अक्टूबर 2024 को हरिओम की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हुई, जिसके बाद पुलिस को अस्पताल से मेमो प्राप्त हुआ। प्रारंभिक जांच में मृत्यु संदिग्ध मानी गई और इस आधार पर मर्ग क्रमांक 22/2024 के तहत धारा 194 बीएनएसएस में मामला दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच के निर्देश दिए।
तारबाहर पुलिस ने अपराध क्रमांक 333/2024 के तहत धारा 103(1), 238, 3(5) बीएनएस का मामला दर्ज किया। जांच के दौरान मृतक के परिवार और गवाहों के बयान से यह स्पष्ट हुआ कि मृतक का विवाद सुयश सिंह और इन्द्रजीत नामक व्यक्तियों से लेन-देन के संबंध में था। घटना के दिन आरोपियों द्वारा मृतक को फोन पर बुलाया गया था।
प्राप्त साक्ष्यों और मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस ने संदेही सुयश सिंह, सक्षम पाण्डेय, संतोष सोनी, तुषार मजूमदार, दामन सिंह और हर्षित गौरहा को हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उनके बयान के आधार पर घटना में इस्तेमाल की गई मोटर साइकिल और हथियार (डंडा) को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
गिरफ्तार आरोपियों की सूची
1. सुयश सिंह राजपूत: उम्र 31 वर्ष, निवासी यदुनंदन नगर, तिफरा, थाना सिरगिट्टी
2. सक्षम पाण्डेय: उम्र 22 वर्ष, निवासी पथर्रीपारा, कोरबा, हाज़िर क्वार्टर नंबर 183, अटल आवास, थाना कोनी
3. संतोष सोनी: उम्र 27 वर्ष, निवासी जोरापारा मोपका, थाना सरकंडा
4. तुषार मजूमदार: उम्र 30 वर्ष, निवासी राधिका विहार फेस-2, थाना सरकंडा
5. दामन सिंह: उम्र 24 वर्ष, निवासी लिंक रोड अग्रसेन चोक के पास
6. हर्षित गौरहा: उम्र 29 वर्ष, निवासी चंदन आवास, राजकिशोर नगर, बिलासपुर
गिरफ्तार किए गए आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर कोर्ट में पेश किया गया है। पुलिस द्वारा की गई यह कार्रवाई इलाके में कानून और व्यवस्था को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
पुलिस टीम
इस संपूर्ण कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) उमेश कश्यप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सायबर सेल) अनुज कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक (सिटी कोतवाली) अक्षय साबद्रा, थाना प्रभारी जय प्रकाश गुप्ता और कई अन्य पुलिसकर्मियों ने अहम भूमिका निभाई। उनके द्वारा की गई कुशल जांच और सटीक जानकारी की बदौलत यह केस सुलझाया जा सका।