बिलासपुर। पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर मंडल में एक महत्वपूर्ण सफलता मिली जब रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ), राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) और कस्टम विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त अभियान में 2 करोड़ 63 लाख रुपये से अधिक के प्रतिबंधित माल को जब्त किया। यह कार्रवाई रविवार की सुबह रक्सौल स्टेशन पर सत्याग्रह एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 15273) की जांच के दौरान की गई।
कैसे की गई जब्ती?
रक्सौल स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 01 पर खड़ी सत्याग्रह एक्सप्रेस के एसएलआर कोच की जांच के दौरान अधिकारियों ने संदिग्ध आठ पैकेटों को देखा। जब इन्हें जांच के लिए उतारकर जीआरपी थाना रक्सौल लाया गया और खोला गया, तो उसमें 6598 डिस्पोजेबल पॉड डिवाइस मिले। ये डिवाइस प्रतिबंधित विदेशी माल थे, जो नेपाल से लाए गए थे। जप्त की गई सामग्री का कुल मूल्य 2,63,02,600 रुपये आंका गया है।
संयुक्त अभियान में शामिल अधिकारी
यह अभियान रेल सुरक्षा बल, राजकीय रेल पुलिस और कस्टम विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। जब्ती की कार्रवाई की अगुवाई रोशन कुमार, इंस्पेक्टर, कस्टम/रक्सौल ने की। उनके साथ अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे:
1. पवन कुमार, SHO/GRP/रक्सौल
2. विनोद कुमार, सहायक आयुक्त/कस्टम/मोतीहारी
3. संजय कुमार, अधीक्षक/कस्टम/रक्सौल
4. धीरेंद्र कुमार, उप-एसपी/रक्सौल
5. संजीव कुमार राम, पार्सल क्लर्क/रक्सौल
6. आर.आर. कश्यप, IPF/रक्सौल
7. विनोद पासवान, कॉन्स्टेबल/आरपीएफ/रक्सौल
कार्रवाई का महत्व
यह जब्ती इस बात का प्रमाण है कि सीमा क्षेत्रों में तस्करी गतिविधियों को रोकने के लिए सुरक्षा एजेंसियां लगातार सतर्क हैं। रक्सौल, जो नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित है, तस्करी के लिए संवेदनशील है। इस प्रकार के संयुक्त अभियान से तस्करी पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाया जा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिबंधित माल की इतनी बड़ी खेप का पकड़ा जाना सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी चौकसी और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस प्रकार की कार्रवाई से यह भी स्पष्ट होता है कि तस्करी के खिलाफ कानून व्यवस्था की स्थिति मजबूत है।
रक्सौल स्टेशन पर 2 करोड़ से अधिक मूल्य के प्रतिबंधित माल की जब्ती रेलवे और कस्टम अधिकारियों के सतर्क प्रयासों की महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह अभियान तस्करी रोकने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे न केवल कानून व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि अवैध व्यापार पर भी लगाम लगेगी।