रायगढ़, छत्तीसगढ़: भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस कार्रवाई में नापतौल विभाग की महिला निरीक्षक ओलिभा किषपोट्टा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह घटना रायगढ़ जिला मुख्यालय स्थित नापतौल कार्यालय में हुई, जहां निरीक्षक को एक पेट्रोल पंप व्यवसायी से अवैध रूप से पैसे लेते हुए पकड़ा गया।
कैसे हुआ खुलासा?
सूत्रों के मुताबिक, निरीक्षक ओलिभा किषपोट्टा ने पेट्रोल पंप की स्टांपिंग प्रक्रिया के नाम पर व्यवसायी से 18,000 रुपये की मांग की थी। इसमें से 10,000 रुपये पहले ही लिए जा चुके थे, जबकि 8,000 रुपये की शेष राशि लेते समय एसीबी की टीम ने उन्हें धर दबोचा। व्यवसायी द्वारा की गई शिकायत के आधार पर एसीबी ने जाल बिछाया और तय समय पर निरीक्षक को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
आरोपों से इनकार, लेकिन साक्ष्यों ने किया उजागर
गिरफ्तारी के बाद आरोपी निरीक्षक ओलिभा किषपोट्टा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया है। उनका दावा था कि यह रकम किसी अन्य मद में जमा करने के लिए ली जा रही थी। हालांकि, एसीबी अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह राशि घूस के तौर पर ली जा रही थी और पूरी कार्यवाही साक्ष्यों के आधार पर की गई है।
एसीबी की सख्त कार्रवाई से मचा हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद रायगढ़ समेत पूरे सरकारी विभागों में हड़कंप मच गया है। एसीबी अधिकारियों ने कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की मुहिम
छत्तीसगढ़ में एसीबी लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है और सरकारी तंत्र में व्याप्त रिश्वतखोरी को जड़ से खत्म करने के लिए कार्रवाई कर रही है। इस घटना से यह स्पष्ट हो जाता है कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी कानून से ऊपर नहीं है, और भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जनता से अपील
एसीबी ने आम जनता से भी सतर्क रहने और किसी भी प्रकार की रिश्वतखोरी की जानकारी तुरंत देने की अपील की है। यदि किसी भी नागरिक से अवैध रूप से पैसे मांगे जाते हैं, तो वे इसकी शिकायत एसीबी कार्यालय में या हेल्पलाइन नंबर पर कर सकते हैं।
रायगढ़ में हुई यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण संदेश है कि कोई भी अधिकारी कानून से बच नहीं सकता। सरकार और एसीबी भ्रष्टाचार मुक्त शासन की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं, और आने वाले समय में ऐसी सख्त कार्रवाइयों का सिलसिला जारी रहेगा।