बिलासपुर।
राज्य सरकार द्वारा हाल ही में बिजली दरों में की गई बढ़ोतरी और लगातार हो रही अघोषित बिजली कटौती के खिलाफ कांग्रेस ने तीखा विरोध दर्ज कराया है। शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तिफरा स्थित बिजली विभाग (सीएसईबी) कार्यालय का घेराव किया और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। हाथों में लालटेन लिए प्रदर्शन करते हुए कांग्रेसियों ने इसे “जनता के जेब पर डाका” करार दिया।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सरकार स्मार्ट मीटर के नाम पर जबरन वसूली कर रही है और बिजली बिलों में अनावश्यक बढ़ोतरी कर आम नागरिकों पर आर्थिक बोझ डाल रही है। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि उनकी सरकार के समय बिजली की दरें आधी की गई थीं, जिससे जनता को राहत मिली थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने दरों को बढ़ाकर जनता से धोखा किया है।
कांग्रेसियों ने यह भी आरोप लगाया कि शहर और गांव दोनों ही जगहों पर बिजली की अघोषित कटौती लगातार जारी है। गर्मी और बरसात के मौसम में लाइट की आवाजाही से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गांवों की स्थिति तो पहले से ही खराब थी, अब शहरों में भी घंटों बिजली गुल रहने लगी है, जिससे व्यापारी, छात्र और आम नागरिक सभी परेशान हैं।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने बिजली दरों को वापस नहीं लिया और कटौती पर रोक नहीं लगाई तो आने वाले दिनों में आंदोलन और भी उग्र किया जाएगा।
प्रमुख मांगे:
- बिजली दरों में की गई बढ़ोतरी को तुरंत वापस लिया जाए
- अघोषित बिजली कटौती पर लगाम लगाई जाए
- स्मार्ट मीटर की अनियमितता की जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाए
- बिजली व्यवस्था में सुधार कर जनता को राहत दी जाए
इस विरोध प्रदर्शन ने प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर बिजली मुद्दे को केंद्र में ला दिया है। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है और क्या जनता को जल्द राहत मिलेगी या आंदोलन की आग और भड़केगी।