बिलासपुर।
बिलासपुर शहर में बुधवार देर रात तेज मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर जलभराव की गंभीर समस्या को उजागर कर दिया। लगातार कई घंटों तक हुई भारी बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में पानी भर गया। सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में परिजात कॉलोनी और नेहरू नगर शामिल हैं, जहां पानी लोगों के घरों में घुस गया। इससे न केवल उनका जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, बल्कि घरों का कीमती सामान भी पानी में डूब गया।
रातभर परेशान रहे लोग स्थानीय रहवासियों के अनुसार, बारिश इतनी तेज थी कि कुछ ही समय में सड़कों पर पानी भर गया और फिर धीरे-धीरे वह घरों के अंदर भी घुसने लगा। परिजात कॉलोनी के कई घरों में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया। लोगों ने बताया कि वे पूरी रात जागकर अपने सामान और परिवार की सुरक्षा में जुटे रहे। कुछ घरों में तो पलंग, बिस्तर, टीवी, फर्नीचर जैसे सामान पानी में तैरते नजर आए।
स्थानीय लोगों ने नगर निगम की लापरवाही पर नाराजगी जताई। उन्होंने बताया कि बारिश से पहले नालियों की सफाई ठीक ढंग से नहीं करवाई गई, जिसके चलते पानी का निकास रुक गया और जलभराव की स्थिति बनी। कई जगहों पर तो नालियां कचरे से जाम हो चुकी थीं।
बारिश के कारण सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों और बुजुर्गों को हुई। कई घरों में बिजली सप्लाई भी बाधित हो गई, जिससे रात भर अंधेरे में लोगों को रहना पड़ा। बच्चों के स्कूल बैग, किताबें और जरूरी दस्तावेज तक पानी में भीग गए।
प्रभावित लोगों ने जिला प्रशासन और नगर निगम से मांग की है कि वे तुरंत राहत पहुंचाएं और बारिश से पहले स्थायी जल निकासी व्यवस्था सुनिश्चित करें। साथ ही, पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की भी मांग की जा रही है।
बारिश बनी चेतावनी, लेकिन कब सुधरेगी व्यवस्था?
हर साल की तरह इस बार भी बरसात ने नगर निगम की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। सवाल यह है कि आखिर कब तक शहरवासी इस तरह की परेशानी का सामना करते रहेंगे? जब तक जल निकासी और नालियों की समुचित व्यवस्था नहीं होती, तब तक हर बारिश में बिलासपुर डूबता ही रहेगा।