बिलासपुर, 26 जुलाई 2025
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से एक बेहद दर्दनाक और दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। गुरुवार शाम हुई भारी बारिश के बाद सीपत थाना क्षेत्र में आए तेज नाले के बहाव में एक परिवार की कार बह गई थी। इस हादसे में तीन वर्षीय मासूम बच्चा लापता हो गया था। तमाम कोशिशों और 43 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शनिवार को बच्चे का शव घटनास्थल से लगभग 500 मीटर दूर झाड़ियों में फंसा मिला।
जानकारी के अनुसार, खम्हरिया निवासी एक परिवार हरेली के दिन वेगनआर कार से सीपत क्षेत्र के शिव शक्ति पीठ मंदिर दर्शन के लिए गया था। लौटते समय झलमला के तुंगन नाले में उनकी कार तेज बहाव में फंस गई। कार में सवार कुल 9 लोगों में से 8 को ग्रामीणों और प्रशासन की मदद से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, लेकिन 3 साल का मासूम पानी के तेज बहाव में बह गया।
घटना की जानकारी मिलते ही SDRF की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू किया। नाले के तेज बहाव और पानी का उफान होने के कारण सर्च अभियान में भारी दिक्कतें आईं। इसके बावजूद टीम ने लगातार 43 घंटे तक क्षेत्र की छानबीन की। अंततः शनिवार को मासूम का शव नाले से लगभग 500 मीटर दूर एक झाड़ी में फंसा मिला।
बच्चे का शव मिलने की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे इलाके में मातम पसर गया है। स्थानीय ग्रामीण, जो लगातार बच्चे की सलामती की दुआ कर रहे थे, गहरे शोक में डूब गए हैं।
प्रशासन ने जताया दुख
स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि पीड़ित परिवार को हर संभव मदद और आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही नाले जैसे संवेदनशील स्थलों पर चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने की बात कही गई है।
यह हादसा एक बार फिर बताता है कि बारिश के मौसम में उफनते नालों और जलभराव वाले क्षेत्रों में यात्रा करना कितना खतरनाक हो सकता है। प्रशासन से लेकर आमजन तक सभी को सतर्क और सजग रहने की जरूरत है, ताकि ऐसे हादसे दोबारा न हों।