बिलासपुर – शहर की एक फाइनेंस कम्पनी के जरिए लोन के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया है। जिसकी रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई गई है। कई लोग इसके शिकार हुए हैं। जो एक साथ मंगलवार को थाने पहुंचे।
कोरबा में रहने वाले मोहन लाल सारथी ने लिखित शिकयत की है कि वे एक रेल कर्मचारी हैं। पिछले साल उन्हे रुपयों की जरूरत थी। इस दौरान विज्ञापन के जरिए पता चला कि बिलासपुर में व्यापार विहार रोड स्थित मे. युनिट फाइनेंसियल सर्विसेस के जरिए लोन मिल सकता है। उन्होने युनिट फाइनेंस कम्पनी में सम्पर्क किया तो बताया गया कि उन्हे ज्यादा- से- ज्यादा लोन मिल सकता है। उन्होने जरूरी डाक्युमेंट के साथ ब्लैंक चेक भी कम्पनी में जमा कर दिए । उन्हे बताया गया कि उनके नाम पर 10 लाख रुपए का लोन पास हुआ है। पिछले साल 28 व29 अक्टूबर और 1 नवंबर को उन्हे कुल ढाई लाख रुपए मिले। बाकी की रकम कम्पनी चलाने वाले और उनकी पत्नी के नाम खाते में जमा हो गए। जो मोहन लाल सारथी को आज तक नहीं मिले हैं। जबकि हर महीने ईएमआई कट रहा है।
लिखित शिकायत के मुताबिक कई लोग इस तरह के धोखे के शिकार हुए हैं। जिनमें लुट्टू राम- कोरबा , दिलीप कुमार -बिलासपुर , नारायण प्रसाद – जाँजगीर, परमेश्वर प्रसाद -दीपका, दुर्गा प्रसाद पाण्डेय, बसंत चौहान, योगेश्वर सिंह ठाकुर, के. एस. रामकुमार और उत्तम दास महंत शामिल हैं।
पुलिस ने लिखित शिकायत को विवेचना में ले लिया है।