भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का नौवहन सैटेलाइट आईआरएनएसएस-1एच लॉन्च असफल हो गया। इसरो चेयरमैन एएस किरण कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि सैटेलाइट लॉन्च असफल रहा।
भारतीय क्षेत्रीय नौवहन सैटेलाइट प्रणाली (आईआरएनएसएस) के हिस्से, 1,425 किलोग्राम वजनी सैटेलाइट को ध्रुवीय सैटेलाइट प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) का रॉकेट एक्सएल अंतरिक्ष में लेकर जाना था।
1,420 करोड़ रुपये लागत वाला भारतीय सैटेलाइट नौवहन प्रणाली, नाविक में नौ सैटेलाइट शामिल हैं, जिसमें सात कक्षा में और दो विकल्प के रूप में हैं। एक विकल्प में आईआरएनएसएस-1एच है।
आईआरएनएसएस-1एच का नौवहन पेलोड उपयोगकर्ताओं को नौवहन सर्विस सिग्नल प्रेषित करेगा। यह पेलोड एल 5-बैंड और एस-बैंड पर काम करेगा।आईआरएनएसएस-1एच पेलोड में एक सी-बैंड ट्रांसपोंडर भी शामिल है, जो सैटेलाइट की सीमा के सटीक निर्धारण की सुविधा देता है आईआरएनएसएस-1एच लेजर रेंजिंग के लिए कॉर्नर क्यूब रेट्रो रिफ्लेक्टर भी लेकर जा रहा है।
इसरो के अनुसार, नाविक मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए संभावित क्षेत्र में पहुंचने में मददगार साबित होगा। वह मछुआरों को खराब मौसम, ऊंची लहरों और अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा के पास पहुंच पहुंचने से पहले सतर्क होने का संदेश देगा। यह सेवा स्मार्टफोन पर एक सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन के द्वारा उपलब्ध होगी।