भारतीय ज्योतिष का एक प्रमुख अंग है, सामुद्रिक शास्त्र, जिसके द्वारा व्यक्ति के शारीर के विभिन्न अंगो की सरंचना के आधर पर फलकथन कहने की रीति प्रचलित है। इसी सामुद्रिक शास्त्र के द्वारा नारद आदि महर्षियों ने मनुष्यों के जन्म से लेकर मृत्यु पर्यन्त तक की सभी बातों को जान लिया करते थे। इस शास्त्र में मुख्यतः दो विषय होते हैं।
1- लक्षण, 2- रेखा।
समुद्रिक शास्त्र के द्वारा शरीर के विभिन्न लक्षणों के आधार पर व्यक्ति के बारे में आंकलन किया जा सकता है जैसे- मनुष्य के हाथों की अंगुलियों में शंख, चक्र, व शीपी जैसे आकार देखे जाते हैं। इन लक्षणों के द्वारा भविष्य कथन भलीभांति किया जा सकता है। आज हम आपको शंख के बारे में बतायेंगे।
1- यदि किसी मनुष्य की अंगुलियों में एक शंख हो तो वह व्यक्ति उच्च शिक्षा ग्रहण कर अच्छे पद पर आसीन होता है तथा सामाजिक कार्यो में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते है।
2- जिस व्यक्ति की अंगुलियों में 2 शंख बने हों तो वह जातक कठिन परिश्रम से ही किसी वस्तु की प्राप्ति कर पाता है तथा उसका जीवन सामान्य ही कहा जायेगा। ऐसे लोग दूसरों पर आश्रित होकर अपना जीवन व्यतीत करते है।
3- यदि किसी व्यक्ति की अंगुलियों में 3 शंख होते है तो वह मनुष्य स्त्रियों के प्रति विशेष आशक्त रहता है तथा अपनी आमदनी का शत-प्रतिशत भाग भौतिक वस्तुओं पर व्यय करता है। ऐसे जातक क्लर्क, सेक्रेटरी या पीआरओ आदि बनते हैं।
4- जिस जातक के हाथों की अंगुलियों में 4 शंख होते है, वह व्यक्ति राजा के तुल्य सुख भोगता है तथा समाज में सम्मान पाता है। ऐसे जातक परिवार के कुलदीपक कहलाते है। ऐसे लोग विधायक, सांसद, मन्त्री आदि पद से सुशोभित होते है।
5- जिस जातक के हाथों की अंगुलियों में 5 शंख होते है, वह अपनी प्रभुता से समाज के अधिकतर लोगों के दिलों पर राज करता है तथा अपनी जीविकोपार्जन के लिए जल की यात्रा करता है एंव उसी से सम्बन्धित कार्य भी करता है।
6- जिस जातक के हाथों की अंगुलियों में 6 शंख होते है, वह मनुष्य अपनी विद्वता से समाज का मार्गदर्शन करता है। ऐसे जातक ज्योतिषी, धर्म उपदेशक, आध्यात्मिक गुरू आदि होते है।
7- जिस जातक के हाथों की अंगुलियों में 7 शंख होते है, वह व्यक्ति आर्थिक विपन्नता से ग्रसित रहता है। इन लोगें के सन्तान उत्पत्ति के फॅलस्वरूप ही जीवन में कुछ हालात बेहतर होते है। ऐसे जातकों की स्त्रियां काफी संघर्षशील मानी जाती है।
8- जिस जातक के हाथों की अंगुलियों में 8 शंख होते है, वह लोग अपनी मेहनत के बलबूते सुखी जीवन व्यतीत करते है। यह लोग अपने सम्बन्धों की वहज से शीघ्र ही उच्चतम शिखर पर पहुंच जाते है।
9- जिस जातक के हाथों की अंगुलियों में 9 शंख होते है, वह व्यक्ति स्त्री प्रकुति का होता है एंव उसके सारे कार्य महिलाओं को आकर्षित करने वाले होते है तथा महिलायें इनका भरपूर सहयोग भी करती है। इन लोगों का 40 वर्ष के बाद समय अच्छा आता है।
10- जिस जातक के हाथों की अंगुलियों में 10 शंख होते है, वह लोग आईएस, पीसीएस, प्रमुख सचिव आदि उच्च पद पर आसीन होकर सुखमय जीवन व्यतीत करते है। ऐसे लोगों के जीवन में 45 वां वर्ष काफी पीड़दायक साबित हो सकता हो सकता है।