नासा ने हमारे सोलर सिस्टम की तरह आठ ग्रहों का एक नया सौरमंडल खोज निकाला है. अंतरिक्ष संगठन ने गुरुवार को घोषणा की है. स्पेस एजेंसी केप्लर स्पेस टेलीस्कॉप ने पहली बार दूसरी सौर प्रणाली में आठ ग्रहों को ढूंढ निकाला है. इसका अर्थ यह है कि ब्रह्माड में हमारी तरह कई और सौर मंडल मौजूद हैं. केप्लर ने पुष्टि की है कि अन्य तारों में बड़ी संख्या में ग्रह मौजूद हैं जैसे की हमारे सौरमंडल में हमें देखने को मिलते हैं.
तारे और सोलर सिस्टम के बारे में पहले से ही पता था केप्लर स्पेस टेलीस्कोप इसकी पुष्टि की है , लेकिन सबसे बड़ी सफलता तब मिली जब खगोलवि्दों ने दो नयी दुनिया को ढूंढने का काम किया. इस काम में गूगल की अर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक ने मदद की. यहां चर्चा कर दें कि मशीन लर्निंग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एक हिस्सा है जो केप्लर के डाटा को विश्लेषित करने का काम करती है.
नासा ने केप्लर स्पेस टेलीस्कोप और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से एक सोलर सिस्टम ढूंढ़ा है, जिसमें हमारे सोलर सिस्टम की तरह ही आठ ग्रह मौजूद हैं. केपलर-90आई दूसरे सोलर सिस्टम का सबसे छोटा ग्रह है. ऑस्टिन की टेक्सास विश्वविद्यालय में खगोल विज्ञानी और नासा सागन पोस्टडोक्चरल फेलो एंड्रयू वेंडरबर्ग ने जानकारी दी कि, इस ग्रह के पृथ्वी की तुलना में लगभग 30 प्रतिशत बड़ा होने का अनुमान है, लेकिन यह एक ऐसी जगह है जहां आप जाना पसंद नहीं करेंगे. इस ग्रह का धरातल बहुत ही ज्यादा गर्म है.
आठ ग्रहों वाले इस नये सोलर सिस्टम में केप्लर-90 नाम के तारे के चारों तरफ यह ग्रह चक्कर लगा रहे हैं. यह सोलर सिस्टम पृथ्वी से 2,545 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित हैं. एंड्रयू वंडरबर्ग की मानें तो केप्लर-90 स्टार सिस्टम हमारे सोलर सिस्टम के मिनी वर्जन है.