समुद्रशास्त्र में अंगशास्त्र का अपना बड़ा महत्व है, जिसके जरिये इंसानों के अंगों को देखकर उसके व्यक्तित्व और स्वभाव के बारे में पता लगाया जा सकता हैं। आज हम जिक्र करने जा रहे हैं नाक का। कहा जाता है कि हर इंसान की अपनी नाक की कीमत होती है, जो किसी भी कीमत पर वो नहीं कटवाना चाहता। यही नाक किसी भी व्यक्ति के चेहरे की सुन्दरता पर तो प्रभाव डालती ही है साथ ही उसके चरित्र का भी विवरण प्रकट करती हैं। तो आइये जानते हैं किस तरह नाक से पहचाने किसी के भी व्यक्तित्व के बारे में।
* तोते के चोंच के समान : ऐसे लोग काफी समझदार होते हैं और जीवन में सभी प्रकार के भौतिक सुख-साधन प्राप्त करते हैं। हाथी के समान मोटी और लंबी नाक वाले व्यक्ति भोग-विलास की चीजों में अधिक रूचि लेते हैं। इनमें काम की भावना अधिक रहती है। जिस व्यक्ति की नाक आगे से मुड़ी होती है वह बहुत ही भाग्यशाली होता है।
* आगे से दो भागों में विभक्त : नाक आगे से दो भागों में विभक्त हो तो वे निर्धन माने जाते हैं। जिसकी नाक के आगे का हिस्सा दो भागों में बंटा हुआ हो, वह दरिद्र होता है। यदि नाक चार अंगुल लंबी हो या सूखी हुई-सी हो तो व्यक्ति दीर्घायु होगा। चपटी नाक वाले पुरुष की मृत्यु का कारण स्त्री होती है। हालांकि चपटी नाक वाला व्यक्ति सरल स्वभाव का होता है।
* सीधी और लंबी नाक : ये दिखने में अट्रैक्टिव लगती है साथ ही ऐसे नाक वाले व्यक्ति का स्वभाव और व्यवहार भी नेक होता है। ऐसे लोग जीवन में सदैव उन्नति की ओर अग्रसर होते हैं। जिस व्यक्ति के नाक के छेद छोटे होते हैं उन्हें सदैव अपने भाग्य का सहयोग मिलता रहता है। जबकि छोटे नाक वाली महिलाओं का जीवन संघर्षमय होता है।
* नाक पर तिल : जिस स्त्री की नाक के बायीं तरफ तिल हो वह अपने पति से प्रेम करनी वाली तथा परिवार के प्रति समर्पण के भाव रखती है। इन्हे नौकरी भी मिलने की सम्भावना रहती है। जिस स्त्री की नाक के दायीं तरफ तिल हो, वह स्त्री सुन्दर, सौभाग्यशाली होती है।
* छोटी और आगे से मोटी : समुद्रशास्त्र के अनुसार जिन स्त्रियों की नाक छोटी होती है और आगे से मोटी, वैसी स्त्री प्रेम विवाह की पक्षधर होती है। अधिक लंबी नाक वाली स्त्री सदा सुहागन और सुख-सुविधाओं से भरपूर जीवन जीने वाली होती है। चपटी नाक एवं नाक पर मस्सा या तिल का होना शुभ नहीं माना जाता है।
* मोटी नाक : यदि किसी स्त्री की नाक मोटी हो, तो वह स्त्री सौम्य स्वभाव की होती है। ऐसी महिलायें सामाजिक व पारिवारिक रूप से अधिक मिलनसार होती है।