बीमारिया कभी कहके नहीं आती और वाइरल बुखार जैसी तो कभी नहीं। बढती महंगाई के इस समय में वाइरल बुखार जैसी छोटी सी और आज कल आम हो चुकी बीमारी जेब को ढीला कर देती है। पर इसका इलाज़ चंद कदम दूर आपकी बालकनी या रसोई में ही उपलब्ध है। ये आजमाए हुए नुस्खे है।
वाइरल बुखार के इलाज़ से पहले इसे जानना ज़रूरी है, वाइरुस (जीवाणु ) से होने वाला हर बुखार वाइरल बुखार की श्रेणी में आता है, कुछ वाइरल बुखार तो जानलेवा भी हो सकते है, जैसे एबोला वायरस का संक्रमण, वाइरल बुखार के लक्षणों में सरदर्द, शरीर में जकड़न, उल्टी, दस्त के साथ त्वचा पर लाल निशान आ जाते है। लक्षण कुछ कम या ज्यादा हो सकते है, शरीर का इम्यून सिस्टम थोड़ा कमजोर हो जाने से कमज़ोरी महसूस होती है,
यह घरेलू उपाय कारगर हो सकते है
लगभग बीस ताजा तुलसी (Ocimum tenuiflorum) के पत्तों को एक लीटर पानी में एक चम्मच लौंग पावडर डालकर तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा न हो जाये। उसके बाद उसको छानकर हल्का ठंडा करके दो घंटे के अंतराल में पीयें। तुलसी के एन्टी बैक्टिरीअल तत्व पानी में उतार कर शरीर मे जल्दी सोंख लिए जाएगे।