बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की जगह “बेटी बचाओ” होगा भाजपा का नारा, आदिवासी बेटी को न्याय मिले
इस समय देश उन्नाव और कठुआ गैंगरेप को लेकर उबल रहा है। इन दोनों ही मामलों पर देश के एक बड़े तबके के गुस्से की आग अभी भी जल रही है। ऐसे में बिलासपुर में 2 साल तक एएसआई दंपत्ति द्वारा नाबालिक लड़की को बंधक बनाकर रखने की घटना शर्मनाक है, कांग्रेस घटना की निंदा करती है।
कांग्रेस प्रवक्ता शैलेश पांडेय ने कहा कि पिछली बार नरेंद्र मोदी और भाजपा ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था, लेकिन आगामी विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में सिर्फ “बेटी बचाओ” नारा होगा. वह भी भाजपा से, क्योंकि यह सरकार बेटियों को नहीं बचाएगी. माता पिता को खुद अपनी बेटियों को बचाना होगा। इस घटना के बाद एकबार फिर रमन कारपोरेट सरकार की सुशासन नहीं कुशासन उजागर हुई है, यह सरकार मंत्री या विधायक नहीं बल्कि अफसर चला रहे हैं। आम जन की रक्षा में तैनात रक्षक ही भक्षक बन गया है। नाबालिक लड़की को बंधक बनाकर रखने के मामले में पुलिस सुस्त रवैय्या अपना रही है, न तो अभी तक नाबालिक का मेडिकल जांच हो सकी है, ना ही एएसआई दंपत्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह शर्मनाक कृत्य हैए यह पुलिस और उनके राजनीतिक आकाओं के मानवीय मूल्यों के ख़िलाफ़ है जो कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में मदद करने की बजाय कार्रवाई करने से बच रहे हैं . कोई अपराधी बस अपराधी है, उसकी जाति, रंग, पद या धर्म पर विचार किए बिना उससे क़ानून के अनुसार निपटा जाना चाहिए. सरकार को मामले की जाँच कराकर कोई भी नम्रता दिखाए बिना दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
शैलेश ने कहा कि पिछले दिनों कठुआ-उन्नाव में बच्चियों से रेप हुआ, आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं, ऐसे में ऐसी घटना में स्थानीय प्रशासन को भी मामले में संवेदनशीलता दिखते हुए जाँच करना चाहिए कांग्रेस दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग करती है . कार्रवाई नहीं होने पर आदिवासी लड़की को न्याय दिलाने सड़क की लड़ाई लड़ेगी।
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