ताज़ाख़बर36गढ़:- स्मार्ट प्रौद्योगिकी व तकनीक से संचालित देश की पहली स्मार्ट सिटी अगले साल मार्च तक बनकर तैयार हो जाएगी। इस दौड़ में स्मार्ट सिटी परियोजना के लिए चुने गए दस प्रमुख शहर सूरत, पुणे, भोपाल, वडोडरा, अहमदाबाद, विशाखापट्टनम, नागपुर, राजकोट काकीनाडा व नया रायपुर के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है। इन सभी में स्मार्ट इंटीग्रेटेड सिटी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर काम करने लगे हैं। जल्द ही अन्य परियोजनाओं को इनमें शुरू कर दिया जाएगा। बीते छह माह से स्मार्ट सिटी मिशन के काम में बेहद तेजी आई है।
दस शहरों के साथ ही 55 और ऐसे शहर हैं जो इस दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं। आवासन व शहरी विकास मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि मार्च 2019 में स्मार्ट समाधानों (साल्युशन्स) से पूर्ण पहली स्मार्ट सिटी सामने आ जाएगी। मंत्रालय की कोशिश हैं कि एक साथ कम से कम आधा दर्जन स्मार्ट सिटी को सामने लाया जाए। इस दौड़ में जो शहर तेजी से काम कर रहे हैं उनमें सूरत, राजकोट, नया रायपुर, भोपाल में कड़ी स्पर्धा है।
सूरत में अपराध कम हुए
95 शहरों में एसपीवी
स्मार्ट सिटी परियोजना के सौ शहरों में 95 के लिए एसपीवी (स्पेशल पर्पज व्हीकल) बनाए जा चुके हैं जो परियोजना के काम में तेजी ला रहे हैं। 79 शहरों में परियोजना प्रबंधन सलाहकार (पीएमसी) की नियुक्ति भी हो चुकी है।
करोड़ों के काम पूरे
परियोजना की लागत दो लाख पांच हजार करोड़ रुपए है। अभी तक केंद्रीय सहायता से 11338 करोड़ रुपए जारी किए जा चुके हैं। इसमें से एक लाख पचास हजार 402 करोड़ रुपए वाली परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार हो चुकी हैं।
छह चरणों में चुने गए हैं सौ स्मार्ट शहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट सिटी मिशन की कल्पना की थी, जिसे 2015 में स्मार्ट सिटी मिशन नाम से शुरू किया गया। हर राज्य में शहरों की आपसी प्रतिस्पर्धाओं से छह चरणों में सौ स्मार्ट शहरो की सूची पूरी की गई। जनवरी 2016 में 20, मई 2016 में 13, सितंबर 2016 में 27, जून 2017 में 30, जनवरी 2018 में नौ और जून 2018 में एक स्मार्ट सिटी की घोषणा की गई थी।