बिलासपुर/ शहर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी अमर अग्रवाल के खिलाफ बगावत करने वाले भाजपा नेता पूरन छाबरिया शुक्रवार दोपहर पौने तीन बजे दौड़ते हुए कलेक्टोरेट के अंदर दाखिल हुए। अचानक उन्हें दौड़ते देख वहां मौजूद लोग कुछ समझ नहीं पा रहे थे। दरअसल, पूरन छाबरिया वही शख्स है, जिन्हें पुलिस ने तीन दिन पहले नामांकन फार्म खरीदने के दौरान गिरफ्तार कर लिया था। इसकी वजह पुलिस ने उनके खिलाफ कोर्ट से जारी गिरफ्तारी वारंट को बताया था। इसलिए लोग कुछ और ही कयास लगा रहे थे। हालांकि बाद यह स्पष्ट हुआ कि शुक्रवार को नामांकन फार्म भरने का अंतिम दिन था। इस दिन की दोपहर 3 बजे तक नामांकन स्वीकार करना था। इसलिए वे गेट के सामने वाहन से उतरते ही दौड़ते हुए कलेक्टोरेट में दाखिल हुए। उन्होंने भाजपा से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के लिए नामांकन दाखिल करना चाहा लेकिन प्रस्तावकों को निर्वाचन अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत नही कर पाए।