2014 के आम चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी ने विदेशों में जमा काला धन स्वदेश लाने और हर बैंक खाते में 15 लाख रुपए जमा कराने का वादा किया था. केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के साढ़े चार साल बाद इस मुद्दे पर पहला ‘आधिकारिक बयान’ आया है. मोदी कैबिनेट के मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के नेता रामदास अठावले ने मंगलवार को कहा कि सरकार ने पैसे के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से कहा, लेकिन वह पैसे देने से इंकार कर रही है.
अठावले ने कहा कि 15 लाख रुपए का वादा अब भी बरकरार है, लेकिन लोगों के खातों में पैसे एक बार में ही नहीं आ जाएंगे. पैसे धीरे-धीरे जमा किए जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर कुछ तकनीकी उलझनें हैं.
बता दें कि चुनाव के बाद से भाजपा सरकार इस मुद्दे पर बोलने से परहेज करती रही है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने तो एक बार यह भी कह दिया था कि 15 लाख रुपए का वादा बस एक जुमला था. हालांकि, विपक्षी पार्टियां अक्सर इस वादे को याद दिलाकर सरकार को घेरने की कोशिश करती रहती हैं.
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार के बाद अठावले लगातार एक के बाद एक बयान दे रहे हैं. चुनावी नतीजे आने के बाद उन्होंने रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को जीत की बधाई दी थी. उन्होंने राहुल को परिपक्व नेता बताते हुए कहा था कि वह अब ‘पप्पू’ नहीं हैं, बल्कि ‘पप्पा’ बन गए हैं.