कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी महासचिवों और प्रदेश प्रभारियों को इस माह के अंत तक लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम तय करने की हिदायत दी है। पार्टी अध्यक्ष ने कहा है कि टिकट बंटवारे में युवा जोश और अनुभव के मिश्रण को महत्व दिया जाए। साथ ही उन्होंने साफ किया है कि दो-तीन बार चुनाव हार चुके चेहरों की जगह नए चेहरे को मौका दिया जाए।
लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए बुलाई गई पार्टी महासचिवों और प्रभारियों की बैठक में राहुल गांधी ने प्रदेशों में गठबंधन के बारे में भी जल्द फैसला करने के निर्देश दिए। उन्होंने साफ कहा है कि उम्मीदवारों के चयन का फैसला जल्द किया जाए। ताकि, उन्हें प्रचार के लिए वक्त मिल सके। बैठक के बाद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि भाजपा विभाजन की राजनीति करती है।
प्रियंका से पूरे देश में प्रचार की मांग :
बैठक में कई महासचिवों और प्रभारियों ने प्रियंका गांधी वाड्रा से पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ दूसरे प्रदेशों में प्रचार करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को स्टार प्रचारक बनाते हुए सभी राज्यों में प्रचार करना चाहिए। पार्टी प्रभारी गौरव गोगई ने मांग की कि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी को असम से चुनाव प्रचार की शुरुआत करनी चाहिए।
स्वराज भवन फिर केंद्र :
महासचिवों की बैठक में प्रयागराज स्थित स्वराज भवन को भी राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बनाने पर चर्चा हुई। पार्टी के वरिष्ठ नेता अनुग्रह नारायण सिंह ने प्रियंका गांधी से कहा कि उन्हें पूर्वी यूपी में दो दफ्तर बनाने चाहिए। एक लखनऊ प्रदेश कांग्रेस में पहले से है और दूसरा दफ्तर प्रयागराज का स्वराज भवन बनाना चाहिए। इस पर प्रियंका गांधी सहमत नजर आई। सूत्रों का कहना है कि उन्होंने वादा किया कि इस पर अमल करेंगी।
प्रियंका बोलीं, पूरी कोशिश करुंगी :
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया की पहली औपचारिक बैठक थी। इसलिए, सभी की नजर उन पर रही। सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका गांधी ने कहा कि वह अभी नई है। सभी से समर्थन की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि वह मेहनत करेंगी। लोकसभा में पूरी ताकत से लड़ेंगे और उसके बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंक देगीं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि बैठक में प्रियंका गांधी ने अफ्रीकन बग का उदाहरण देते हुए कहा कि आरएसएस ने काफी नुकसान पहुंचाया है। हम उसकी विचारधारा को खत्म कर देंगे। इससे पहले दोनों महासचिवों को शुभकामनाएं देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में इस तरह कार्य किया जाए, जिसका नतीजा वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में नजर आए। आपको प्रदेश में कांग्रेस को वापस लाने की मुहिम में जुट जाना है।